अपने दोस्ताने के पुराने दिनों को करतारपुर में याद किया बेदी और आलम ने |

अपने दोस्ताने के पुराने दिनों को करतारपुर में याद किया बेदी और आलम ने

अपने दोस्ताने के पुराने दिनों को करतारपुर में याद किया बेदी और आलम ने

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:53 PM IST, Published Date : October 6, 2022/5:53 pm IST

नयी दिल्ली, छह अक्टूबर ( भाषा ) भारत के महान स्पिनर बिशन सिंह बेदी जब करतारपुर साहिब में अपने पुराने दोस्त और पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान इंतिखाब आलम से मिले तो इतने भावविभोर हो गए कि साथ में हंसे, गुनगुनाया और रोये भी ।

76 वर्ष के बेदी नवंबर 2019 में करतारपुर कोरिडोर खुलने के बाद वहां मत्था टेकने के लिये सरहद पार यात्रा करना चाहते थे । गुरू नानक देव ने अपना अंतिम समय करतारपुर में बिताया था ।

कोरोना संक्रमण और खराब स्वास्थ्य के कारण बेदी वहां पहले नहीं जा सके । आखिरकार वह मंगलवार को करतारपुर गए ।

उनकी पत्नी अंजू ने बताया ,‘‘ बिशन अब बेहतर महसूस कर रहे हैं लेकिन सौ फीसदी स्वस्थ नहीं हैं । वह नियमित यात्रा नहीं कर सकते ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ हमें अपने पोते के जन्मदिन के लिये अमृतसर आना ही था तो हमने सोचा कि साथ में करतारपुर साहिब भी मत्था टेक लें ।’’

सरहद के उस पार पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर आलम और शफकत राणा उनका इंतजार कर रहे थे।

आलम ने लाहौर से पीटीआई से कहा ,‘‘ मेरी और बिशन की दोस्ती 50 साल पुरानी है । उसे देखकर बहुत अच्छा लगा हालांकि व्हीलचेयर पर देखकर अच्छा नहीं लगा लेकिन शुक्र है कि वह तेजी से ठीक हो रहा है । मैं आखिरी बार उससे 2013 में कोलकाता में मिला था लेकिन हम वाट्सअप और फोन पर संपर्क में थे ।’’

उन्होंने कहा ,‘‘ मैने सोचा भी नहीं था कि हम करतारपुर साहिब में मिलेंगे । हम दोनों के लिये यह काफी जज्बाती पल था । हमने पुरानी यादें ताजा की और हमारी पलकें भीग गई । लेकिन पंजाबी होने के नाते फिर हंसी मजाक शुरू कर दिया ।’’

आलम का जन्म पंजाब के होशियारपुर में हुआ था और वह भारत की पंजाब की टीम के कोच भी रहे ।

मुलाकात के बाद दोनों के परिवारों ने साथ में करतारपुर में लंगर छका ।

भाषा मोना नमिता

नमिता

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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