अफगानिस्तान से हार के बाद कोच स्टिमक को हटाने की मांग उठी |

अफगानिस्तान से हार के बाद कोच स्टिमक को हटाने की मांग उठी

अफगानिस्तान से हार के बाद कोच स्टिमक को हटाने की मांग उठी

:   Modified Date:  March 27, 2024 / 06:52 PM IST, Published Date : March 27, 2024/6:52 pm IST

कोलकाता, 27 मार्च (भाषा) निचली रैंकिंग की अफगानिस्तान के खिलाफ 2026 फीफा विश्व कप क्वालीफायर में भारत की 1-2 की शर्मनाक हार के बाद  पूर्व फुटबॉल खिलाड़ियों ने मुख्य कोच इगोर स्टिमक को हटाने की मांग की है।

 भारत के करिश्माई स्ट्राइकर सुनील छेत्री ने अपने 150वें मैच में 94वां अंतरराष्ट्रीय गोल दागा लेकिन इसके बावजूद घरेलू टीम विश्व रैंकिंग में 158वें स्थान पर काबिज अफगानिस्तान से मंगलवार को गुवाहाटी में हार गयी।

भारत के पूर्व डिफेंडर गौरमांगी सिंह का मानना है कि भारतीय ड्रेसिंग रूम में कुछ गड़बड़ है, जबकि पूर्व फॉरवर्ड दीपेंदु विश्वास ने इस शर्मनाक प्रदर्शन के लिए स्टिमक के टीम चयन की आलोचना की और उन्हें तत्काल बाहर करने की मांग की।

अनुभवी सुब्रत भट्टाचार्य ने भी इसी तरह के विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विदेशी कोचों ने कभी भारतीय टीम को गौरवान्वित नहीं किया ।

गौरमांगी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘याद रखें कि ये वही खिलाड़ी हैं जिन्हें कतर के खिलाफ (विश्व कप क्वालीफायर 2022 में) ऐतिहासिक ड्रॉ के लिए प्रशंसा मिली थी।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ पिछले साल इसी टीम ने सैफ चैम्पियनशिप सहित तीन टूर्नामेंटों में जीत के साथ शानदार प्रदर्शन किया था। एक साल तक वे दमदार प्रदर्शन कर रहे थे, उन्हें सभी से तारीफ मिल रही थी। अचानक क्या हुआ? वही टीम है, वही खिलाड़ी हैं तो ऐसा क्या हुआ।’’

अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) में भी चीजें ठीक नहीं है। अध्यक्ष कल्याण चौबे ने नवंबर में महासचिव शाजी प्रभाकरण को पद से हटा दिया।

इससे पहले एशियाई खेलों में और एशियाई कप में टीम का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा। टीम अफगानिस्तान के इस मैच से पहले लगातार छह मैचों में एक भी गोल नहीं कर सकी थी।

पूर्व मिडफील्डर विश्वास ने कहा, ‘‘यह बहुत निराशाजनक स्थिति है कि जिन खिलाड़ियों ने डूरंड कप, कोलकाता लीग या आई-लीग में अच्छा प्रदर्शन किया है,  उन पर कोई ध्यान नहीं जाता है। इन टूर्नामेंटों को देखने वालें दर्शकों की संख्या शीर्ष स्तरीय आईएसएल से अधिक है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हम कहते रहते हैं कि हमारे पास दूसरा छेत्री क्यों नहीं है लेकिन अगर हम इन अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को मौका नहीं देंगे तो प्रतिभाएं कैसे उभरेंगी?’’

भारत के पूर्व डिफेंडर सुब्रत भट्टाचार्य ने विदेशी कोच पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘‘विदेशी कोच ने कभी भारतीय टीम का मान नहीं बढ़ाया। अतीत में टीम ने भारतीय कोच की देखरेख में अच्छा प्रदर्शन किया है। अब चाहे वह अमल दत्ता हों या पीके बनर्जी, यह भारतीय कोच ही हैं जो भारत को नई ऊंचाइयों पर ले गए।’’

 छेत्री की जगह लेने के लिए किसी अच्छे स्ट्राइकर की कमी के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘हमें खिलाड़ियों को बढ़ावा देना चाहिए। हमें सीखना चाहिए और अभ्यास के अवसर प्रदान करने चाहिए। हमें इसी रास्ते पर चलते हुए उन्हें बढ़ावा देना होगा। यही एकमात्र तरीका है।’’

भाषा आनन्द पंत

पंत

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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