… भरत शर्मा …
नयी दिल्ली, 10 मई (भाषा) डब्ल्यूडब्ल्यूटी (विश्व टेबल टेनिस) टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी बनने वाली मनिका बत्रा ने कहा कि विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर काबिज खिलाड़ियों को लगातार हराने के लिए उन्हें रणनीति और फिटनेस के मोर्चे पर बेहतर होना होगा। सउदी अरब में खेले गये ग्रैंड स्मैश के क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय करने वाली मनिका ने दूसरे दौर में दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी वांग मान्यु को शिकस्त दी थी। उन्होंने ने इसके बाद जर्मनी की नीना मिट्टेलहम को मात दी थी । वान्यु 2021 में महिला एकल की विश्व चैम्पियन रहने के साथ तोक्यो ओलंपिक की स्वर्ण पदक विजेता है। टूर्नामेंट के महिला एकल के क्वार्टर फाइनल में जापान की हिना हयाता से 1-4 से हारकर उनका सफर समाप्त हो गया। इस 28 साल की खिलाड़ी ने सऊदी अरब में सफल प्रदर्शन के बाद ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि एक सप्ताह तक सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों के खिलाफ खेलने से उन्हें इस बात का अच्छा अंदाजा हो गया है कि पेरिस ओलंपिक से पहले उन्हें कहां सुधार करने की जरूरत है। पिछले महीने मकाऊ विश्व कप में वांग से मिली करारी शिकस्त का बदला पूरा करने वाली मनिका ने मुस्कुराते हुए कहा, ‘‘ मैं वास्तव में खुश हूं। मुझे उसे हराने में बहुत मजा आया।’’ उस हार के बाद कोच अमन बालगु के साथ विशेष योजना बनाने से मनिका को ऐतिहासिक जीत दर्ज करने में मदद मिली। उन्होंने कहा, ‘‘मकाऊ के बाद मैं अपने कोच के साथ योजना बनायी। मैं उस समय वास्तव में भावुक थी क्योंकि मैंने उन्हें बताया कि कुछ गलत हो रहा है और हमें वास्तव में कुछ चीजों पर काम करना होगा।’’ मनिका ने कहा, ‘‘इसके बाद हमारे पास मेहनत करने के लिए 10-12 दिन का समय था। इस दौरान अभ्यास सत्र से मुझे वास्तव में मदद मिली। इसका फायदा सिर्फ वांग ही नहीं बल्कि अन्य दो खिलाड़ियों के खिलाफ भी मिला।’’ इस समय विश्व रैंकिंग में 39वें नंबर पर काबिज मनिका इस प्रदर्शन के बाद शीर्ष 25 में पहुंच जाएंगी । उन्होंने कहा कि चीन की मजबूत खिलाड़ियों के खिलाफ लगातार प्रतिस्पर्धा करने के लिए उन्हें खेल की गति बढ़ाने के साथ अपने फोरहैंड से अधिक आक्रमण करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ‘‘ ईमानदारी से कहूं तो मुझे ज्यादा अंतर (चीन की खिलाड़ी और अपने खेल में) नहीं दिखा, लेकिन मैंने इस टूर्नामेंट में महसूस किया कि अगर आप सेमीफाइनल और फाइनल में पहुंचना चाहते हैं, तो आपकी फिटनेस उच्च दर्जे की होनी चाहिये। इस मामले में चीन और जापान की खिलाड़ी वास्तव में काफी आगे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ऐसा नहीं होना चाहिए कि क्वार्टर या सेमीफाइनल के बाद आप पर थकान हावी होने लगें। ऐसे में मैंने इस टूर्नामेंट से वास्तव में सीखा कि मुझे ओलंपिक तक अपनी फिटनेस और खेल की गति को बढ़ाने पर काम करना होगा।’’ उन्होंने सउदी समैश का जिक्र करते हुए कहा, ‘‘ खेल के हिसाब से, इस टूर्नामेंट में सब कुछ था। बस मानसिक रूप से आपको मजबूत होना होगा और आपको विश्वास करना होगा कि आप यह कर सकते हैं। विश्व रैंकिंग में दूसरे और 14वें स्थान पर काबिज खिलाड़ी को हराना एक बहुत बड़ा प्रोत्साहन है।’’ मनिका ने कहा, ‘‘ मुझे अपनी फोरहैंड जैसी कुछ चीजों पर काम करने की जरूरत है। इस टूर्नामेंट में यह वास्तव में अच्छा था लेकिन अगले स्तर पर जाने के लिए इसमें और सुधार की जरूरत है।’’ भाषा आनन्द नमितानमिता
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