टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण के 50 साल पूरे होने पर गावस्कर का सम्मान | Gavaskar honoured on completion of 50 years of his debut in Test cricket

टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण के 50 साल पूरे होने पर गावस्कर का सम्मान

टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण के 50 साल पूरे होने पर गावस्कर का सम्मान

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:21 PM IST, Published Date : March 6, 2021/11:12 am IST

अहमदाबाद, छह मार्च ( भाषा ) भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर को टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण के 50 साल पूरे होने पर शनिवार को यहां बीसीसीआई द्वारा सम्मानित किया गया और बोर्ड अध्यक्ष सौरव गांगुली ने कहा कि इस महान बल्लेबाज और उनके साथियों ने ‘‘खेल को आज जैसा मजबूत बनाने में ’’ में अहम भूमिका निभाई ।

भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) सचिव जय शाह ने 71 वर्ष के पूर्व कप्तान को भारत और इंग्लैंड के बीच चौथे क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन लंच ब्रेक में स्मृति स्वरूप टेस्ट कैप प्रदान की । गावस्कर मैच की कमेंटरी कर रहे थे।

बीसीसीआई ने ट्वीट किया ,‘‘ टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर के टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण के 50 साल आज पूरे होने का जश्न ।’’

शाह ने अपने ट्विटर हैंडल पर भी इसकी तस्वीर डाली जबकि पूर्व कप्तान गांगुली ने ट्विटर पर उन्हें बधाई दी।

शाह ने लिखा ,‘‘ सुनील गावस्कर जी के भारत के लिये टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण के 50 साल पूरे होने का जश्न । सभी भारतीयों के लिये यह बड़ा पल और हम दुनिया के सबसे बड़े नरेंद्र मोदी स्टेडियम में इसका जश्न मना रहे हैं ।’’

गांगुली ने ट्वीट किया, ‘‘यह दिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सुनील गावस्कर के पदार्पण के 50 साल पूरे होने का और 1971 की टीम के लिये काफी अहम है। उन्होंने जो भारतीय क्रिकेट के लिये किया है, आज उन्हें फिर से बधाई देने का समय है। यह खेल आज इतना मजबूत इसलिये है क्योंकि उन्होंने तब सभी विपरीत परिस्थितियों के खिलाफ इसकी शुरूआत की थी। ’’

बीसीसीआई ने गावस्कर के समकालीन खिलाड़ियों के कई वीडियो का संकलन भी किया और पूर्व व मौजूदा क्रिकेटरों ने उन्हें शुभकामनायें दीं।

मुख्य कोच रवि शास्त्री ने कहा कि विश्व स्तरीय सलामी बल्लेबाज के अलावा गावस्कर खेल के महान दूत भी हैं। उन्होंने कहा, ‘‘खेल में 50 साल पूरा करने के लिये बधाई, यह सचमुच काफी समय है। कोई भी उन 1971 के दिनों को नहीं भूल सकता जब आपने विश्व पटल पर विश्व स्तरीय सलामी बल्लेबाज के तौर पर पदार्पण किया था। ’’

विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव ने कहा कि उन्हें फक्र महसूस होता है कि वह उनके साथ खेले। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे नायक, मुझे गर्व है, भाग्यशाली और खुश हूं कि आपके साथ खेला और काफी कुछ सीखा, सचमुच पेशेवर खिलाड़ी। ’’

गावस्कर ने 1971 से 1987 के बीच भारत के लिये 125 टेस्ट और 108 वनडे खेलकर क्रमश: 10122 और 3092 रन बनाये । वह 1983 की विश्व कप विजेता टीम के भी सदस्य थे । उनके करियर में कई उपलब्धियां हैं जिसमें टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन पूरे करने वाला पहला क्रिकेटर बनना भी शामिल है।

पूर्व कप्तान राहुल द्रविड ने कहा, ‘‘1971 में भारत की वेस्टइंडीज श्रृंखला में जीत भारतीय खेल में ऐतिहासिक क्षण थी। युवा भारतीय बल्लेबाज सुनील गावस्कर की अगुआई वाली शानदार टीम की यह लाजवाब जीत थी। इन 50 वर्षों में उन्होंने मैदान के अंदर बाहर अपनी उपलब्धियों से हम जैसे कईयों को प्रेरित करना जारी रखा है। ’’

श्रीलंका के महान बल्लेबाज कुमार संगकारा ने कहा, ‘‘सुनील गावस्कर, ‘लिविंग लीजेंड’। क्रिकेट में 50 वर्ष। वह व्यक्ति जो साहस और तकनीक का प्रतीक है जिससे पहनकर आप हमेशा दुनिया के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों की ताकत के खिलाफ खेले। मै इससे ज्यादा और क्या कह सकता हूं? आपका रिकार्ड ही सबकुछ बयां करता है। मैदान पर आपकी काबिलियत और महानता खुद बयां करती है। मैं चाहता हूं कि सभी युवा खिलाड़ी आपसे यह सीखना जारी रखें। ’’

इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर एलेन लैंब ने एक घटना का जिक्र किया जिसमें ‘लिटिल मास्टर’ को पिंडली में चोट के कारण बाहर ले जाया गया था। उन्होंने लिखा, ‘‘मुझे विश्वास नहीं होता कि आपने भारत के लिये 50 साल पहले पदार्पण किया था और अब भी काम कर रहे, यह शानदार है। मुझे 1980 में आपके खिलाफ अपना पर्दापण याद है और आप बहुत ही साहसिक खिलाड़ी थे, ‘सिली प्वाइंट’ पर इयान बॉथम को क्षेत्ररक्षण कर रहे थे और तब आपकी पिंडली में चोट लग गयी थी। ’’

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान जहीर अब्बास ने उन्हें पदार्पण के 50 साल पूरा होने की बधाई दी और कहा, ‘‘मास्टर हमेशा मेरा पसंदीदा बल्लेबाज रहा है और दोस्त भी। उसने खेलते हुए देखना शानदार था। ’’

सचिन तेंदुलकर ने 2005 में सर्वाधिक टेस्ट शतक का उनका रिकॉर्ड तोड़ा । गावस्कर ने वेस्टइंडीज के खिलाफ पदार्पण मैच में पहली पारी में 65 और दूसरी में 67 रन बनाये थे । भारत ने वह मैच और श्रृंखला दोनों जीते ।

भाषा नमिता मोना

मोना

 

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