धर्मशाला, नौ मार्च (भाषा) रविचंद्रन अश्विन ने अपने 100वें टेस्ट मैच में पारी में पांच विकेट लेने का कारनामा किया जिससे भारत ने इंग्लैंड को पांचवें और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन ही शनिवार को यहां पारी और 64 रन से करारी शिकस्त देकर उसकी आक्रामक अंदाज ने खेलने की ‘बैजबॉल’ शैली पर भी प्रश्न चिन्ह लगा दिया।
भारत ने इस तरह से पांच मैच की श्रृंखला 4-1 से जीती। यह ‘बैजबॉल’ शैली अपनाने के बाद इंग्लैंड की सबसे बड़ी हार है।
इंग्लैंड की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 218 रन पर आउट हो गई थी जिसके जवाब में भारत ने 477 रन बनाकर 259 रन की बढ़त हासिल की। इंग्लैंड की टीम अपनी दूसरी पारी में तीसरे दिन दूसरे सत्र में ही 195 रन पर सिमट गई। उसके अधिकतर बल्लेबाजों ने गैर जिम्मेदाराना शॉट खेल कर अपने विकेट इनाम में दिए।
पहली पारी में चार विकेट लेने वाले अश्विन ने दूसरी पारी में 77 रन देकर पांच विकेट लिए। इंग्लैंड की तरफ से जो रूट ने सर्वाधिक 84 रन बनाए।
भारत श्रृंखला पहले ही अपने नाम कर चुका था लेकिन वह विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के महत्वपूर्ण अंक हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध था।
भारत के लिए यह जीत इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि उसने यह विराट कोहली और मोहम्मद शमी जैसे सीनियर खिलाड़ियों की गैर मौजूदगी में हासिल की। ऐसे में यशस्वी जयसवाल जैसे खिलाड़ियों ने मौके का पूरा फायदा उठाया।
अश्विन ने सुबह के सत्र में चार विकेट लेकर भारत की जीत सुनिश्चित कर दी थी। इंग्लैंड ने लंच तक पांच विकेट पर 103 रन बनाए थे। भारतीय गेंदबाजों ने बाकी बचे पांच विकेट दूसरे सत्र में हासिल किये।
भारत ने अपनी पहली पारी में सुबह केवल चार रन जोड़कर अपने बाकी बचे दो विकेट गंवाए। जेम्स एंडरसन इस बीच टेस्ट क्रिकेट में 700 विकेट लेने वाले दुनिया के पहले तेज गेंदबाज बने। उन्होंने कुलदीप (30) को विकेट के पीछे कैच करा कर यह उपलब्धि हासिल की जबकि ऑफ स्पिनर शोएब बशीर (173 रन देकर 5 विकेट) ने जसप्रीत बुमराह (20) को आउट करके पारी में अपना पांचवा विकेट लिया।
इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने इसके बाद आक्रामक रूख अपनाया और इस प्रयास में अपने विकेट गंवाए। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स (02) को लंच से ठीक पहले अश्विन ने पवेलियन की राह दिखाई। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा पीठ में जकड़न के कारण मैदान पर नहीं उतरे और ऐसे में बुमराह ने टीम की अगुवाई करते हुए अश्विन के साथ नई गेंद संभाली।
अश्विन ने शुरू से ही इंग्लैंड पर कर बरपाया। उन्होंने एक बार फिर इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज बेन डकेट (02) को नहीं टिकने दिया। बाएं हाथ का यह बल्लेबाज पिछले मैचों में भी अश्विन के सामने संघर्ष करता हुआ नजर आया था। उन्होंने जवाबी हमला करने की रणनीति अपनाई लेकिन अश्विन की गेंद उनको गच्चा देकर विकेटों में समा गई।
पिच से टर्न और उछाल मिल रही थी और ऐसे में अश्विन ने जैक क्रॉली (0) के लिए लेग स्लिप लगाई। उनकी गेंद इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज के बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर लेग स्लिप में खड़े सरफराज खान के सुरक्षित हाथों में चली गई।
अश्विन ने ओली पोप (19) के रूप में अपना तीसरा विकेट लिया। इंग्लैंड के बल्लेबाज ने उनकी सीधी गेंद पर स्वीप करने के प्रयास में स्क्वायर लेग पर कैच दिया।
अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे जॉनी बेयरस्टो (31 गेंद पर 39 रन) ने रूट के साथ मिलकर आक्रामक रवैया अपनाया। उन्होंने अश्विन पर तीन छक्के भी लगाए लेकिन कुलदीप ने उन्हें एलबीडब्ल्यू आउट करके उनकी पारी लंबी नहीं खिंचने दी। इस बीच उनकी पहली स्लिप में खड़े शुभमन गिल से नोक झोंक भी हुई।
लंच के बाद भी कहानी नहीं बदली और भारतीय गेंदबाजों के सामने इंग्लैंड के बल्लेबाजों की एक नहीं चली।
विकेटकीपर बल्लेबाज बेन फॉक्स (08) ने अश्विन की गेंद पर स्वीप करना चाहा लेकिन वहां पूरी तरह चूक गए और बोल्ड होकर पवेलियन लौटे। अश्विन ने इस तरह से 36वीं बार पारी में पांच या इससे अधिक विकेट लेने का कारनामा किया।
बुमराह ने इसके बाद टॉम हार्टली और मार्क वुड के विकेट लेकर भारत की बड़ी जीत सुनिश्चित की।
भाषा पंत नमिता
नमिता
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