छत्तीसगढ़ में 2018 में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में मिशन 65 प्लस को पूरा करने के लिए बीजेपी ने विपक्ष के कब्जे वाली 41 सीटों पर फोकस किया है. पार्टी ने इन हारी हुई सीट के लिए प्रभारी तैनात कर दिए है. इन प्रभारियों को विपक्ष के कब्जे वाली इन सीटों पर एंटी इनकंबैंसी को भुनाने का गुरुमंत्र दिया गया है.
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छत्तीसगढ़ में भाजपा मिशन 65 प्लस को हासिल करने के लिए हर दांव आजमाने को तैयार है. इसके लिए पार्टी ने उन 41 सीटों के लिए भी गुरुमंत्र तैयार किया है जहां पिछली बार उसे शिकस्त मिली थी.
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ये मंत्र है इन जगहों पर एंटी इनकमबैंसी फैक्टर का फायदा उठाना. पार्टी का कैलकुलेशन इस बात पर टिका है कि इन सीटों पर कांग्रेस के विधायक होने के चलते अधिकांश जगह विकास कार्य नहीं हुए हैं.
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लिहाजा,कांग्रेसी कब्जे वाली सीटों में जनता के गुस्सा को कैश करने का प्लान तैयार किया गया है. इन 41 सीटों के लिए नियुक्त प्रभारियों को कहा गया है कि वो उन क्षेत्रों में जाकर जनता के काम करवा कर लोगों का भरोसा जीतें.
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एंटी इनकमबैंसी को कैश करने के साथ ही प्रभारी को इन क्षेत्र के बीजेपी कार्यकर्ताओं को एकजुट करने का संदेश दिया गया है. पांच साल तक अपने विधायक ना होने से उन्हें हुए नुकसान का हवाला देकर अब उन्हें अपना विधायक लाने के लिए रिचार्ज किया जाएगा. अब इस कवायद क्या अंजाम होता है इसके लिए चुनावी नतीजे का इंतजार करना होगा.
राजेश राज, आईबीसी 24, रायपुर
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