गरियाबंद। नक्सलियों द्वारा सड़क किनारे छोड़े गए टिफिन बम को छूते ही एक बड़ा ब्लास्ट हुआ जिसमें 3 मजदूर की मौत हो गई है घटना छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले की सीमा से लगे उड़ीसा के रायगड़ा थाने के बिनास गांव की है जहां प्रधानमंत्री आवास निर्माण में कार्य कर 4 मजदूर ट्रैक्टर से अपने गांव लौट रहे थे इस दौरान सड़क किनारे एक बड़ा टिफिन पड़ा मिला कौतूहलवश मजदूरों ने उस टिफिन को खोलने के लिए छुआ टिफिन हिलते ही उसमें जबरदस्त विस्फोट हुआ विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि तीनों मजदूर विस्फोट स्थल से 25 से 30 मीटर दूर जा गिरे घटनास्थल पर तीन मजदूरों की मौत हो गई जिनमें से एक का शव पूरी तरह छिन्न-भिन्न होने की खबर उड़ीसा तथा छत्तीसगढ़ में फैलते ही नक्सली दहशत बढ़ने लगी।
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नक्सलियों द्वारा सड़क किनारे छोड़े गए टिफिन बम को छूते ही एक बड़ा ब्लास्ट, 3 मजदूरों की मौत! घटना छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले की सीमा से लगे उड़ीसा के रायगड़ा थाने के बिनास गांव की है!#Naxal #Chhattisgarh pic.twitter.com/OCaYcIforz
— IBC24 (@IBC24News) April 24, 2018
वहीं इसके बाद बिनासा गांव के लोगों ने उड़ीसा के रायगड़ा पहुंचकर शव को ले कर रायगड़ा उमरकोट मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। ग्रामीणों ने तीनों मजदूरों के परिवारों को क्षतिपूर्ति मुआवजा राशि दिलाने की मांग की और अपनी मांगों पर डटे हुए हैं। घटना के बाद उड़ीसा के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि छत्तीसगढ़ उड़ीसा सीमा पर नक्सलियों की आवाजाही बीच-बीच में होती रहती है इसी बीच कल शाम इस घटना की सूचना मिली जिसके बाद देर रात सर्चिंग पार्टी उस ओर रवाना की गई। छत्तीसगढ़ उड़ीसा सीमा पर सर्चिंग बढ़ा दी गई है।
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वहीं मुआवजे को लेकर उनका कहना है कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा निर्धारित किया गया मुआवजा इन तीनों मृतक ग्रामीणों के परिजनों को जरूर मिलेगा ग्रामीण इसके बाद भी मृतक के परिवारों को खेती हेतु जमीन दिए जाने की मांग पर अड़े हुए हैं। उड़ीसा के रायगड़ा के ग्रामीणों का कहना है उड़ीसा पुलिस के इंटेलिजेंस फेलियर की वजह से ही यह घटना घटित हुई है। सीमा क्षेत्रों में पुलिस को और अधिक ध्यान देना चाहिए ग्रामीण इस घटना के बाद दहशत में हैं और जंगल की ओर नहीं जाने की बात कह रहे हैं।
वेब डेस्क, IBC24