छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने की कवायद, मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे विधायकों से राय-शुमारी, जानिए सीएम पद के संभावित चेहरों के बारे में | cg Assembly Elections 2018:

छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने की कवायद, मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे विधायकों से राय-शुमारी, जानिए सीएम पद के संभावित चेहरों के बारे में

छत्तीसगढ़ में सरकार बनाने की कवायद, मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे विधायकों से राय-शुमारी, जानिए सीएम पद के संभावित चेहरों के बारे में

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:33 PM IST, Published Date : December 12, 2018/6:18 am IST

रायपुर । छत्तीसगढ़ में 15 साल बाद कांग्रेस की वापसी हुई है। प्रदेश में कांग्रेस के 68 सीट पर विधायक चुन कर आए हैं। अब बड़ा सवाल है कि कांग्रेस से मुख्यमंत्री पद का ताज किसके सर पर सजेगा। इसके लिए बुधवार को कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई गई है। बैठक में केन्द्रीय पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल होंगे। माना जा रहा है कि कि वे पार्टी हाइकमान के फैसले से विधायकों को अवगत कराएंगे। वे विधायकों से दल का नेता चुनने के लिए रायशुमारी करेंगे। हालांकि पार्टी में सीएम पद के लिए कई बड़े नाम सामने आएं हैं।
कांग्रेस विधायक दल की इस महत्वपूर्ण बैठक में नवनिर्वाचित विधायकों के साथ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे, छत्तीसगढ़ प्रभारी पीएल पुनिया, प्रभारी सचिव डॉ चंदन यादव और डॉ अरुण उरांव ही रहेंगे मौजूद रहेंगे। इसके बाद कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद का चेहरा सामने आने की संभावना है। लेकिन जो चर्चा है उसके मुताबिक ये प्रमुख दावेदार हैं, जिनके नाम इस समय सुर्खियों में है।

भूपेश बघेल
अगर पिछले कुछ सालों के कांग्रेस के कार्यकलाप पर नज़र दौड़ाए तो मुख्यमंत्री की दौड़ में सबसे पहला नाम लिया जाता है भूपेश बघेल का। बघेल मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष हैं। वे पिछड़ा वर्ग से आते हैं। छत्तीसगढ़ में ओबीसी की आबादी करीब 36 फीसदी है। ऐसे में अगर ओबीसी नेता को मुख्यमंत्री बनाने की बात होती है तो भूपेश बघेल हाई कमान की पसंद हो सकते हैं।

टीएस सिंहदेव

छत्तीसगढ़ में टीएस बाबा के नाम से प्रसिद्ध टीएस सिंहदेव अब तक नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में रहे हैं। सौम्य और अपनी शालीनता के लिए जाने वाले टीएस का विरोधी पार्टी भी सम्मान करती है अंबिकापुर सीट से जीत दर्ज करने वाले कांग्रेस के बड़े नेता टीएस सिंहदेव भी सीएम की कुर्सी के बेहद करीब माने जा रहे हैं। ज्ञात हो कि अब तक नेता प्रतिपक्ष की भूमिका में रहते हुए कांग्रेस घोषणापत्र तैयार करने में उनकी अहम भूमिका थी वे घोषणापत्र समिति के अध्यक्ष थे और अध्यक्ष रहते जिस तरह वो समाज के तमाम लोगों तक पहुंचे और उनकी रायशुमारी कर घोषणापत्र तैयार किया, उसकी काफी तारीफ हुई।

डॉ. चरणदास महंत
चरणदास महंत, सक्ती विधानसभा क्षेत्र से जीत का सेहरा पहने हैं। छत्तीसगढ़ की राजनितिक हलचल में उनकी अहम भूमिका रही है। कदवार नेताओ के बीच आपसी रंजिश मिटाने में उनकी अहम भूमिका रही है। वो मध्यप्रदेश सरकार में गृहमंत्री और यूपीए-2 में राज्य मंत्री रह चुके हैं। उन्हें छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री का प्रबल दावेदार बताया जा रहा है। चुनाव प्रचार के समय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने भी अपने भाषण में मुख्यमंत्री पद का दावेदार करार दिया था।

ताम्रध्वज साहू

दुर्ग ग्रामीण विधानसभा सीट से जीते कांग्रेस कार्यसमिति के सदस्य ताम्रध्वज साहू भी मुख्यमंत्री पद के दावेदार माने जा रहे है। नामांकन के अन्तिम समय में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देश पर उन्होने दुर्ग ग्रामीण सीट से चुनाव लड़ा हैं अब मुख्यमंत्री पद दावेदारों में उनका नाम भी गिना जा रहा है। कांग्रेस के ओबीसी विंग के अध्य़क्ष होने के नाते वर्ग विशेष में उनकी खासी पहुंच है। मोदी लहर के बीच 2014 में वो छत्तीसगढ़ से कांग्रेस के अकेले चेहरे थे जो चुनाव जीतने में कामयाब रहे। इस बार टिकट बंटवारे के बाद, असंतोष और नाराजगी को थामने में उन्होंने बड़ी भूमिका निभाई थी और ये भी कहा जा रहा है कि वे राहुल गाँधी के खास व्यक्ति भी है।