सीरम इंस्टिट्यूट में आग लगने से पांच लोगों की मौत, कोविशील्ड केन्द्र सुरक्षित | Five people killed in serum institute fire, Kovichild Centre safe

सीरम इंस्टिट्यूट में आग लगने से पांच लोगों की मौत, कोविशील्ड केन्द्र सुरक्षित

सीरम इंस्टिट्यूट में आग लगने से पांच लोगों की मौत, कोविशील्ड केन्द्र सुरक्षित

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:06 PM IST, Published Date : January 21, 2021/4:05 pm IST

पुणे, 21 जनवरी (भाषा) पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के मंजरी परिसर की पांच मंजिला निर्माणाधीन इमारत में बृहस्पतिवार को आग लगने से पांच लोगों की मौत हो गई। पुलिस ने यह जानकारी दी।

पुलिस ने कहा कि दमकल कर्मियों द्वारा पांचवें तल से जिन लोगों के शव बरामद किये गए, वे सभी निर्माण कार्य में लगे मजदूर थे।

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा कि आग की घटना से कोविशील्ड टीकों के उत्पादन केंद्र को कोई नुकसान नहीं हुआ है।

सूत्रों ने कहा कि कोविड-19 के राष्ट्रव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम के लिए ‘कोविशील्ड’ टीके का उत्पादन सीरम संस्थान के मंजरी केन्द्र में ही किया जा रहा है। जिस भवन में आग लगी वह कोविशील्ड उत्पादन इकाई से एक किमी दूर है।

पूनावाला ने कहा, ”मैं सभी राज्य सरकारों और लोगों को एक बार फिर आश्वासन देता हूं कि कोविशील्ड के उत्पादन को कोई नुकसान नहीं होगा क्योंकि मैंने ऐसे हालात से निपटने के लिये सीरम संस्थान में विभिन्न निर्माण भवनों को आरक्षित रखा हुआ है। पुणे पुलिस और दमकल विभाग का धन्यवाद।”

उन्होंने कहा, ”हमें अभी कुछ चिंताजनक खबरें मिली हैं। जांच के बाद हमें पता चला है कि घटना में दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से कुछ लोगों की जान चली गई है। हम बहुत दुखी हैं और मृतकों के परिवार के सदस्यों के प्रति संवेदनाएं प्रकट करते हैं।”

महापौर मुरलीधर मोहोल ने कहा कि दमकल अधिकारियों को आग बुझाने के दौरान पांच शव मिले।

पुलिस ने कहा कि आग अपराह्न करीब पौने तीन बजे भवन के चौथे और पांचवें तल पर लगी, जिसे काबू करने में दो घंटे लग गए।

पुलिस उपायुक्त नम्रता पाटिल ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि भवन से नौ लोगों को बाहर निकाला गया है।

घटना के कुछ वायरल वीडियो में सीरम इंस्टिट्यूट के केन्द्र में धुंआ उठता दिख रहा है।

मुख्य अग्निशनम अधिकारी प्रशांत रानपिसे ने कहा पानी की बौछार करने वाली 15 गाडि़यों को काम पर लगाया गया और करीब साढ़े चार बजे आग पर काबू पा लिया गया।

अधिकारी ने कहा, ”आग लगने का कारण अभी पता नहीं चला है। फर्नीचर, तार, केबिन जलकर राख हो गए हैं। जहां आग लगी, उन तलों पर कोई महत्वपूर्ण मशीनरी अथवा उपकरण नहीं रखे थे। ”

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में आग लगने की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से हुई मौतों पर दुखी हूं। दुख की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उन परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मैं घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।’’

पिछले साल नवंबर में जब प्रधानमंत्री कोविड टीकों के उत्पादन की प्रगति की समीक्षा के लिये सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) आए थे तो कुछ देर के लिये इस भवन के प्रथम तल पर रुके थे। एसआईआई के सूत्रों ने यह बात कही।

एसआईआई के अध्यक्ष तथा प्रबंध निदेशक साइरस पूनावाला ने कहा कि प्रत्येक मृतक के परिवार को 25-25 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।

उन्होंने एक बयान में कहा, ”सीरम इंस्टिट्यूट में आज का दिन हम सभी के लिये बेहद दुखद है। मंजरी में विशेष आर्थिक जोन में स्थित हमारे एक निर्माणाधीन केन्द्र में आग लगने से दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से लोगों की जानें चली गई हैं। ”

उन्होंने कहा, ”हम बहुत दुखी हैं और मृतकों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं। हम प्रत्येक मृतक के परिवार को नियमों के अनुसार तय धनराशि के अलावा 25-25 लाख रुपये का मुआवजा देंगे। ”

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि राज्य सरकार ने घटना की जांच के आदेश दे दिये हैं।

पवार ने कहा, ”मैंने पुणे नगर निगम से घटना के बारे में जानकारी ली है और इस घटना की विस्तृत जांच करने का निर्देश दिया गया है।”

मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने पत्रकारों से कहा कि प्रारंभिक जानकारी के अनुसार बिजली संबंधी खामी के चलते आग लगी।

ठाकरे ने कहा, ”प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग वहां नहीं लगी जहां कोविड-19 टीकों का उत्पादन किया जा रहा है बल्कि उस इकाई में लगी है जहां बीसीजी टीके बनाए जा रहे हैं।”

ठाकरे से जब इस घटना के पीछे षड़यंत्र होने के दावों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने चुटकी लेते हुए कहा कि उन्हें (दावे करने वालों को) संयम का टीका लगाए जाने की जरूरत है।

मुख्यमंत्री कार्यालय के एक अधिकारी ने कहा कि ठाकरे ने अदार पूनावाला से घटना के संबंध में बात की है और वह शुक्रवार को भवन का दौरा करेंगे।

भाषा जोहेब नरेश

नरेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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