ललितपुर : गोवंशीय पशुओं की मौत के मामले में आठ अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज | Lalitpur: Case registered against eight officials in connection with death of bovine animals

ललितपुर : गोवंशीय पशुओं की मौत के मामले में आठ अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज

ललितपुर : गोवंशीय पशुओं की मौत के मामले में आठ अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:57 PM IST, Published Date : December 24, 2020/6:59 am IST

ललितपुर (उप्र), 24 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले के महरौनी तहसील क्षेत्र के सौजना अस्थायी गौशाला में गोवंशीय पशुओं की मौत के बाद उनके अवशेषों को निस्तारित नहीं करने के मामले में बुधवार को आठ अधिकारियों के खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज किया।

इस सिलसिले में जिलाधिकारी के निर्देश पर पशुधन अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी और एक लेखपाल को निलंबित किया जा चुका है।

महरौनी के पुलिस उपाधीक्षक फूलचन्द्र यादव ने बृहस्पतिवार को बताया, ‘सौजना अस्थायी गौशाला में पिछले सप्ताह संदिग्ध परिस्थिति में कम से कम दस गोवंशीय पशुओं के अवशेष गौशाला और उसके बाहर पड़े रहने के मामले में मुख्य पशु अधिकारी (सीवीओ) डॉ. कृष्ण शाक्य की शिकायत पर बुधवार को सौजना थाने में मामला दर्ज किया गया।’’

उन्होंने बताया, ‘‘इस संबंध में जिला पंचायतराज अधिकारी अवधेश सिंह, महरौनी के खण्ड विकास अधिकारी सुनील कुमार सिंह, वन क्षेत्राधिकारी अब्दुल शमीर अंसारी, पशुधन अधिकारी डॉ. रंजीत सिंह कुशवाहा, राजस्व निरीक्षक मनोहर राजपूत, लेखपाल घनश्याम सेन, ग्राम पंचायत अधिकारी सौरभ यादव और सौजना के ग्राम प्रधान अजयवीर विक्रम के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।’

उन्होंने बताया, ‘मामले की जांच की जा रही है। अभी किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।’

महरौनी के उपजिलाधिकारी मोहम्मद कमर ने बताया, ‘गौशाला में गोवंशीय पशुओं की मौत और उनके अवशेष निस्तारित नहीं किये जाने के मामले में जिलाधिकारी दिनेश कुमार ने मजिस्ट्रेटी जांच के आदेश दिए हैं। जांच मड़ावरा के एसडीएम एस.पी. सिंह कर रहे हैं।’

एक अधिकारी ने बताया कि मामले में जिलाधिकारी के निर्देश पर प्रथमदृष्टया दोषी पाए गए पशुधन अधिकारी डॉ. रंजीत सिंह कुशवाहा, ग्राम पंचायत अधिकारी सौरभ यादव और लेखपाल घनश्याम सेन को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।

जिले के मुख्य पशु अधिकारी डॉ. कृष्ण शाक्य ने बताया, ‘इन अधिकारियों ने गोवंशीय पशुओं के मरने की सूचना नहीं दी थी और अवशेष का निस्तारण भी नहीं किया था। इसलिए उच्च अधिकारियों के आदेश पर मामला दर्ज किया गया है।’

गौरतलब है कि 18 दिसंबर को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें कम से कम दस पशुओं के अवशेष गौशाला के अंदर दिखे थे।

वीडियो के वायरल होने के बाद जिले के अधिकारी हरकत में आये और पोस्टमॉर्टम कराने के बाद अवशेषों को निस्तारित किया। कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्विटर पर इस वीडियो को साझा करते हुए राज्य सरकार पर निशाना साधा था।

भाषा सं जफर सुरभि

सुरभि

 

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