Maa Bagarajan Temple Khajuraho : खजुराहो। मध्यप्रदेश के खजुराहो से महज कुछ ही दूर पहाड़ी पर विराजमान माँ बागराजन के दरबार में हमेशा ही भक्तों की भीड़ लगी रहती है लेकिन नवरात्रि के पवन अवसर पर यहां का नजरा देखते ही बनता है। नगर के अलावा आसपास के लोग भी मैं बागराजन के दर्शनों के लिए आते हैं। चैत्र नवरात्रि की सप्तमी को यहां पर विशेष संगीतमय महाआरती का आयोजन किया गया।
Maa Bagarajan Temple Khajuraho : जानकारी देते हुऐ पुजारी उमाशंकर शर्मा पप्पू महाराज ने बताया नगर में विराजमान मां बगराजन का यह मंदिर बहुत ही प्राचीन और चमत्कारिक मंदिर है। यहां पर नवरात्र के नव दिनों तक विशेष हवन पूजन और नगर के भक्तगण मिलकर कन्या भोज का आयोजन किया जाता है। साथ ही अनेक ऐसे उदाहरण है की जो हताश होकर माँ की शरण मे आये थे वह आज सभी प्रकार के धांधन्य से संपन्न है। संसार मे माँ ही होती है जो अपने बच्चों को कभी निराश नही होने देती है।
Maa Bagarajan Temple Khajuraho : पूजारी जी बताते है कि शारदीय और चैत्र नवरात्र पर्व पर सप्तमी के दिन सभी भक्त मिलकर मातारानी को छप्पनभोग का महाप्रसाद लगाकर संगीतमय आरती का आयोजन किया जाता है। उस दिन माँ के दरबार की भव्यता का अद्भुत नजारा देखते ही बनता है। यह महाआरती शाम 7 बजे से रात 10 बजे तक चली जिसमे पूरा प्रांगण भक्तो से भरा रहा और विधिवत पूजा अर्चना के बाद माँ बगराजन को महाप्रसाद लगा कर सभी भक्तों को प्रसाद वितरण किया गया। इस दौरान माता रानी के गगन भेदी जयकारों से पूरी पहाड़ी माँ वैष्णो धाम जैसी नजर आ रही थी। माँ के दरबार मे कोई भी भक्त केवल सच्ची आस्था के साथ अगर खाली हाथ आता तब माँ उसे कभी निराश नही करती।
जैसे ही नगर के बीचों बीच पहाड़ी पर पहुचते है तो सर्व प्रथम भक्तो को माँ बगराजन के दिव्य दर्शन होंगे और इसके बाद अपने कंधों पर राम लक्ष्मण को लिये संकट मोचन हनुमानजी की कृपा प्राप्त होगी इसके बाद नगर का एक मात्र भगवान शिव जो कि नटराज स्वरूप में भक्तों को अपने दर्शन देते है।