पालघर, दो जनवरी (भाषा) महाराष्ट्र में पालघर जिला प्रशासन ने 16 गांवों के 66 जल स्रोतों को प्रदूषण की वजह से सील कर दिया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
प्रशासन ने विज्ञप्ति जारी कर शनिवार को बताया कि इन जगहों पर पानी उपभोग के लिए अनुपयुक्त था और स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य को खतरा हो सकता था।
इसने कहा कि कुछ महीने पहले राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के आदेश पर इन स्रोतों को सील किया गया है।
एनजीटी ने महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (एमपीसीबी), जिले के अधिकारियों और अन्य को आदेश दिया था कि इस सिलसिले में उचित कदम उठाया जाए।
बयान में बताया गया कि एनजीटी की तरफ से गठित समिति की अनुशंसाएं तारापुर एमआईडीसी के आसपास पर्यावरण को दुरूस्त करने की योजना का हिस्सा थीं।
इसी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग ने तारापुर एमआईडीसी इलाके के 16 गांवों के आसपास सर्वेक्षण किया। इन गांवों में तारापुर, कंबोड, गिवली, डांडी, उचेली, मुरबे, अलेवाडी, तेंबी नवापुर, सतपति, खारेकुरन, शिरगांव, माहिम, वदराई, केलवा और दादरापाड़ा शामिल हैं।
विज्ञप्ति में बताया गया कि 16 गांवों में 86 सार्वजनिक एवं 535 निजी स्रोतों के जल के नमूने लिए गए।
इसमें बताया गया कि इनमें से पांच सार्वजनिक और 61 निजी स्रोतों का जल प्रदूषित और उपभोग के लिए अनुपयुक्त पाया गया।
जिले के अधिकारियों ने आदेश दिया है कि इन स्थानों पर बोर्ड लगाकर लोगों को निर्देश दिया जाए कि उनको वहां का पानी नहीं पीना चाहिए।
बयान में बताया गया कि जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि इन स्थानों पर प्रदूषित जल पीने से जो लोग बीमार पड़े हैं उनका इलाज कराया जाएगा।
भाषा नीरज नीरज मनीषा
मनीषा
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