CG VidhanSabha Chunav 2023 बस्तर विधानसभा के अंतर्गत मुख्य रूप से लोगों के आजीविका खेती किसानी पर निर्भर है लिहाजा धान का मुद्दा इस विधानसभा में विशेष तौर पर प्रभावी है। स्थानीय स्तर पर रोजगार दूसरा मुद्दा है, जबकि स्थानीय आदिवासी समुदाय की धर्मांतरण के मुद्दे पर नाराजगी है। हालांकि इसका प्रभाव काफी सीमित है। बता दें कि लंबे समय से महारा समाज खुद को शेड्यूल ट्राइब वर्ग में शामिल किए जाने की मांग करते आ रहे हैं मांग को ना तो भाजपा ने माना, ना कांग्रेस ने इसलिए माहरा समाज के वोट इस साल के विधानसभा चुनाव में किसी भी तरफ शिफ्ट हो सकते हैं।
करीब 11% आबादी इस समुदाय से ताल्लुक रखती है। चुनाव में नोटा पर निशाना लगाने वालों की तादाद भी काफी है जो प्रत्याशियों की जीत और हार के अंतर में असर डाल सकते हैं। इस ग्रामीण क्षेत्रों में विकास सड़कों का निर्माण, स्कूल कॉलेज से जुड़ी समस्याएं मुख्य हैं। उद्योग नहीं होने की वजह से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार और पलायन की मजबूरी भी है। बस्तर विधानसभा संभाग की 11 शेड्यूल ट्राइब के लिए आरक्षित सीटों में से एक है। वर्तमान में यहां कांग्रेस के विधायक लखेश्वर बघेल पिछले दो चुनाव जीतते आ रहे हैं। लखेश्वर बघेल बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष होने के साथ-साथ कांग्रेस के सीनियर नेता भी रहे हैं।
ग्रामीण क्षेत्र से कांग्रेस का वोट बैंक बढ़ा
लंबे राजनीतिक अनुभव के साथ स्थानीय स्तर पर उनकी लोकप्रियता को जीत की वजह माना जाता है। पिछले दो चुनाव में उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के डॉक्टर सुभाऊराम कश्यप को शिकस्त दी। हालांकि इससे पहले 2008 चुनाव में सुभाऊराम कश्यप ने लखेश्वर बघेल को चुनाव हराया था। मुख्य रूप से इस सीट पर चुनावी मुकाबले भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के बीच ही रहता है। पिछले दो चुनाव में लगातार ग्रामीण क्षेत्र से कांग्रेस का वोट बैंक बढ़ा है। इसीलिए यह विधानसभा सीट भारतीय जनता पार्टी के लिए प्रदेश के सबसे चुनौती पूर्ण सीटों में से एक है। 2008 सुभाऊराम भाजपा जीते 39,991 मत लखेश्वर बघेल कांग्रेस 38790 2013 लखेश्वर बघेल कांग्रेस जीते 57942 सुभाऊराम कश्यप 38774 2018 लखेश्वर बघेल कांग्रेस जीते 74378 सुभाऊराम कश्यप 40907 यहां भारतीय जनता पार्टी के नए चेहरे के रूप में मनीराम कश्यप को प्रत्याशी बनाया गया है।
सरपंच से लेकर वर्तमान में जिला पंचायत उपाध्यक्ष के तौर पर मनीराम जनसंपर्क और युवा नेता के रूप में जाने जाते हैं। भाजपा बस्तर विधानसभा में बदलाव का रास्ता देख रही है। विधानसभा चुनाव की टिकट तय होने के बाद मनीराम कश्यप भी लगातार गांव-गांव में जनसंपर्क करने में जुट गए हैं । दूसरी तरफ लखेश्वर बघेल अपनी जीत को लेकर आस्वत है उनका कहना है कि इस बार 50000(हजार) पार यानी उनकी जीत का अंतर 50000 मतों से अधिक का होगा हालांकि वे मानते हैं कि परिवार के संबंधी होने के नाते मनीराम कश्यप (भाजपा)भी बेहतर प्रदर्शन करेंगे, लेकिन चुनाव जीतने की स्थिति उनकी नहीं है।
CG VidhanSabha Chunav 2023 लखेश्वर बघेल चुनावी जनसंपर्क के साथ ही सरकार की विकास योजना को अहम बताते हैं जिससे क्षेत्र में विकास हुआ है उनका कहना है कि इस कार्यकाल के अधूरे काम अगले कार्यकाल में पूरे किए जाएंगे जिसमें महिला महाविद्यालय खोलने के साथ स्थानीय स्तर पर विकास के कई महत्वपूर्ण काम है।