रामराज्य की नींव हैं सरकार की लोकहित की योजनाएं : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ |

रामराज्य की नींव हैं सरकार की लोकहित की योजनाएं : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

रामराज्य की नींव हैं सरकार की लोकहित की योजनाएं : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ

:   Modified Date:  October 25, 2023 / 12:03 AM IST, Published Date : October 25, 2023/12:03 am IST

गोरखपुर (उप्र), 24 अक्टूबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि भाजपा सरकार की कल्याणकारी योजनाएं ‘राम राज्य’ की नींव हैं और देश 500 वर्षों के लंबे इंतजार के बाद अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर को साकार होते हुए देखेगा।

दशहरा कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हजारों साल पहले भगवान राम ने असत्य और अन्याय को हराकर राम राज्य की नींव रखी थी।

उन्होंने कहा कि भगवान राम के आदर्शों का अनुसरण करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में करोड़ो गरीबों के लिए आवास, शौचालय, अन्न, स्वास्थ्य सुरक्षा समेत अन्य सभी आवश्यक बुनियादी चीजें सुनिश्चित कर दी गई हैं।

आदित्यनाथ ने आरोप लगाया कि सनातन धर्म का विरोध करने वाले वही लोग हैं जो जातीय विषवमन कर सामाजिक व राष्ट्रीय एकता को तार-तार करना चाहते हैं।

उन्होंने कहा,”500 वर्ष के लंबे इंतजार के बाद भगवान राम अयोध्याधाम में अपने भव्य मंदिर में विराजमान होंगे। यह पीढ़ी सौभाग्यशाली है कि उसे यह दिव्य दृश्य देखने को मिलने जा रहा है। श्रीराम मंदिर के लिए काफी संख्या में लोगों ने बलिदान दिया है।”

उन्होंने कहा, “ मंदिर के लिए शांतिपूर्ण और हिंसक आंदोलन हुए। एक दौर था जब न्याय दूर प्रतीत होता था। पर लोगों की सकारात्मकता के परिणाम से जब केंद्र व प्रदेश में एक विचारधारा की डबल इंजन सरकार बनी तो सौहार्दपूर्ण तरीके से भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया।”

मुख्यमंत्री ने कहा, धर्म केवल एक अनुष्ठान नहीं बल्कि जीवन का शाश्वत मूल्य है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया हुए कि सनातन धर्म लोगों को अपने कर्तव्यों, नैतिकता और नैतिक मूल्यों को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।

उन्होंने कहा कि ‘डबल इंजन’ सरकार की कल्याणकारी योजनाएं ”राम राज्य” की नींव हैं।

आदित्यनाथ ने कहा,”सिर्फ त्रेता युग में ही रावण की उपस्थिति नहीं रही है बल्कि हर कालखंड में दैवीय शक्तियों के साथ, राक्षसी प्रवृत्तियां भी रही हैं।

उन्होंने कहा, “यदि सकारात्मक ताकतें एकजुट व मजबूत होकर सदमार्ग पर चलेंगी तो राष्ट्र व समाज के हित में धर्म, सत्य व न्याय की विजय होती रहेगी। यदि समाज में बिखराव हुआ या नकारात्मक शक्तियां हावी हुईं तो वह आतंकवाद, नक्सलवाद, उग्रवाद, अलगाववाद, माफियाराज, अराजकता आदि के रूप में दिखाई देती हैं। इसलिए, समाज में सकारात्मकता और एकता को बढ़ावा देना सबकी जिम्मेदारी होती है।”

इससे पहले, विजयादशमी के अवसर पर मंगलवार शाम गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की पारंपरिक शोभायात्रा निकाली गई।

गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली इस पारंपरिक शोभायात्रा का अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों ने भी जबरदस्त उत्साह के साथ स्वागत किया।

फूलों से सजे रथ पर गोरखनाथ मंदिर के महंत के पारंपरिक परिधान में शोभायात्रा की अगुवाई कर रहे गोरक्षपीठाधीश्वर का मुस्लिम और सिंधी समाज के साथ ही सर्व समाज के लोगों ने भी अभिनंदन किया। पीठाधीश्वर ने उन्हें आशीर्वाद दिया, उनके मंगलमय जीवन की कामना की और नौ दिन तक चले नवरात्र अनुष्ठान का प्रसाद दिया।

नाथ संप्रदाय की विश्व प्रसिद्ध गोरक्षपीठ के कई अनुष्ठान अद्भुत और विहंगम हैं। इन्हीं में से एक प्रमुख अनुष्ठान विजयदशमी की शोभायात्रा है।

इस पावन पर्व पर मंगलवार शाम करीब चार बजे से गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की भव्य शोभायात्रा निकाली गई। गुरु गोरखनाथ का पूजन कर और उनका आशीर्वाद लेकर आदित्यनाथ रथ पर सवार हुए। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किये गए थे।

नाथपंथ के विशेष वाद्ययंत्र नागफनी, तुरही, नगाड़े, काशी से आए डमरू दल, ढोल तथा बैंड बाजे की धुनों और हनुमान दल के बालकों के हैरतंगेज करतब के बीच शोभायात्रा आगे बढ़ी। जगह-जगह स्वागत में कलाकारों के विविध लोक नृत्य समूची भारतीय संस्कृति का प्रतिनिधित्व कर रहे थे।

जैसे ही शोभायात्रा गोरखनाथ मंदिर के मुख्य द्वार पर पहुंची, मशीन से पुष्प वर्षा की गई। इससे आगे बढ़ने पर मुस्लिम और बुनकर समुदाय के लोगों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।

उर्दू अकादमी के अध्यक्ष चौधरी कैफुलवरा अंसारी ने गोरक्षपीठाधीश्वर को फूल माला तथा केसरिया अंगवस्त्र देकर उनका अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि उनका परिवार पीढ़ियों से गोरक्षपीठाधीश्वर की शोभायात्रा का स्वागत करता है।

उन्होंने कहा कि गोरक्षपीठ मत, मजहब के विभेद से परे सभी को मानव मात्र के नजरिये से देखता है।

इसके बाद, शोभायात्रा का रथ आगे बढ़ा तब नवनिर्मित श्री झूलेलाल मंदिर के समीप बड़ी संख्या में मौजूद सिंधी समाज के लोगों ने उनका और शोभायात्रा का जोरदार स्वागत किया। मानसरोवर मंदिर तक पूरे रास्ते में शोभायात्रा के स्वागत का सिलसिला जारी रहा।

जय श्रीराम के जयघोष और तमाम वाद्य यंत्रों की गूंज के बीच आदित्यनाथ की विजयादशमी शोभायात्रा मानसरोवर मंदिर पहुंची। यहां उन्होंने देवाधिदेव महादेव व अन्य देव विग्रहों की वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा अर्चना की और महादेव का अभिषेक भी किया।

मानसरोवर मंदिर में पूजा-अर्चना के उपरांत मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की शोभायात्रा मानसरोवर रामलीला मैदान पहुंची। यहां रामलीला में उन्होंने प्रभु श्रीराम का राजतिलक किया। इसके साथ ही, प्रभु श्रीराम, माता जानकी, लक्ष्मण व हनुमानजी की आरती उतारी।

इससे पहले, गोरखनाथ मंदिर में विजयादशमी के विशिष्ट पूजन के क्रम में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने मंगलवार सुबह मंदिर की गौशाला में गोपूजन किया।

भाषा सं जफर नोमान सुभाष

सुभाष

 

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