कैनबरा, 18 सितंबर (एपी) फ्रांस के राजदूत ने अमेरिका के साथ ऑस्ट्रेलिया के पनडुब्बी समझौता करने के लिए उनके देश के साथ एक बड़े करार को अचानक रद्द करने के ऑस्ट्रेलियाई सरकार के फैसले को “बड़ी भूल” करार दिया है। सहयोगी देशों के बीच नाराजगी को प्रदर्शित करने के लिये एक अभूतपूर्व कदम के तौर पर राजनयिक देश छोड़ने की तैयारी करते दिखे।
फ्रांसीसी राजदूत ज्यां पियरे थेबॉल्ट ने राजधानी कैनबरा में शनिवार को अपने आवास से निकलने के दौरान यह टिप्पणी की।
थेबॉल्ट ने कहा, “यह एक बहुत बड़ी गलती रही है, साझेदारी का एक बेहद खराब प्रबंधन।” उन्होंने यह समझाते हुए कहा कि पेरिस और कैनबरा के बीच हथियारों का समझौता “विश्वास, आपसी समझ और ईमानदारी पर आधारित” माना जाता था।
ऑस्ट्रेलिया को कम के कम आठ परमाणु पनडुब्बियों के बेड़े की आपूर्ति के लिये अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन के बीच हुए समझौते पर विरोध जताते हुए फ्रांस ने शुक्रवार को अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया से अपने राजदूतों को वापस बुला लिया था।
गौरतलब है कि फ्रांस और ऑस्ट्रेलिया के बीच 12 पारंपरिक डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियों के निर्माण के लिए 2016 में फ्रांसीसी बहुमत वाले सरकारी नौसेना समूह के साथ 90 अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (66 अरब डॉलर) का अनुबंध हुआ था। ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका व ब्रिटेन के बीच हुए नए सुरक्षा समझौते से परमाणु पनडुब्बी मिलने के कारण फ्रांस के साथ ऑस्ट्रेलिया का यह सौदा खत्म हो जाएगा।
फ्रांसीसी राजदूत ने कहा, “मैं एक टाइम मशीन में चलने में सक्षम होना चाहता हूं और ऐसी स्थिति में रहना चाहता हूं जहां हम ऐसी अविश्वसनीय, बेढंगी, अपर्याप्त, गैर-ऑस्ट्रेलियाई स्थिति में समाप्त न हों।”
इस बीच, ऑस्ट्रेलिया ने फ्रांस द्वारा अपने राजदूत को वापस बुलाए जाने पर शनिवार को खेद जताया। ऑस्ट्रेलिया के विदेश मंत्री मारिसे पायने के कार्यालय ने एक बयान में कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया अपने फैसले को लेकर फ्रांस की गहरी निराशा को समझता है। हमने यह फैसला अपने राष्ट्रीय सुरक्षा हितों को देखते हुए लिया है।’’ इसमें कहा गया है कि फ्रांस के साथ अपने रिश्ते को ऑस्ट्रेलिया अहमियत देता है और भविष्य में एक साथ मिलकर काम करने की उम्मीद करता है।
पायने और रक्षा मंत्री पीटर डटन फिलहाल अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ वार्षिक वार्ता और राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन के साथ अपनी पहली वार्ता के लिये वाशिंगटन में हैं।
वापस बुलाए जाने से पहले शुक्रवार को थेबॉल्ट ने कहा कि उन्हें भी अमेरिका के साथ पनडुब्बी सौदे का पता “हर किसी की तरह तरह चला, ऑस्ट्रेलियाई प्रेस का शुक्रिया।” उन्होंने कहा, “ऑस्ट्रेलिया ने कभी यह जिक्र नहीं किया था कि यह परियोजना रद्द की जा सकती है। कई अवसर और कई माध्यम थे। इस बदलाव का कभी जिक्र नहीं किया गया।”
इस सप्ताह अमेरिकी सौदे को सार्वजनिक किए जाने के बाद, ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि उन्होंने जून में फ्रांसीसी राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रो से कहा था कि “इस बारे में बहुत वास्तविक मुद्दे थे कि एक पारंपरिक पनडुब्बी की क्षमता क्या”, हिंद-प्रशांत में ऑस्ट्रेलिया की रणनीतिक सुरक्षा आवश्यकताओं का समाधान करेगी।
मॉरिसन ने विशेष रूप से चीन द्वारा बड़े पैमाने पर किए गए सैन्य निर्माण का उल्लेख नहीं किया, जिसने हाल के वर्षों में यहां अपनी गतिविधियां काफी बढ़ा दी हैं।
एपी
प्रशांत सुभाष
सुभाष
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