(के जे एम वर्मा)
बीजिंग, चार जुलाई (भाषा) चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने मंगलवार को शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के सदस्य देशों से क्षेत्रीय शांति और साझी सुरक्षा सुनिश्चित करने का आह्वान किया और आर्थिक सुधार को गति प्रदान करने के लिए व्यावहारिक सहयोग की वकालत की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई शंघाई सहयोग संगठन के शासनाध्यक्षों की परिषद की 23वीं बैठक को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए शी चिनफिंग ने बहुपक्षीयता को बरकरार रखने और वैश्विक प्रशासन को बेहतर बनाने के लिए प्रयास करने के महत्व को रेखांकित किया।
वैश्विक प्रशासन प्रणाली को स्वच्छ तथा अधिक समतामूलक बनाने की वकालत करते हुए शी ने अमेरिका की आलोचना करते की और आधिपत्यवाद एवं ताकत की राजनीति के विरोध का आह्वान किया ।
शी ने एससीओ सदस्य देशों से देशों को जोड़ने एवं सम्पर्क बढ़ाने के लिए अरबों डालर की बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) परियोजना के तहत विभिन्न देशों की विकास रणनीति एवं क्षेत्रीय सहयोग पहल के जरिये उच्च गुणवत्तापूर्ण सहयोग की वकालत की।
सरकारी शिंहुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, राष्ट्रपति शी ने 2013 में सत्ता में आने के बाद बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) की शुरूआत की थी। इसका मकसद भूमि और समुद्र मार्ग के माध्यम से दक्षिण पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया, खाड़ी क्षेत्र, अफ्रीका और यूरोप को जोड़ना है।
बीआरआई के तहत ही 60 अरब डालर के चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे की शुरूआत की गई है। भारत ने इस पर गंभीर आपत्ति दर्ज की है क्योंकि यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरता है।
शी ने क्षेत्रीय शांति और साझी सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा एससीओ देशों के बीच आदान प्रदान एवं लोगों के बीच सम्पर्क बढ़ाने के लिए प्रयास करने पर भी जोर दिया।
भारत की अध्यक्षता में डिजिटल माध्यम से आयोजित इस बैठक में रूस, चीन, पाकिस्तान के अलावा कजाकिस्तान, किर्गिजिस्तान, तजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान और ईरान के नेताओं ने हिस्सा लिया।
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दीपक नरेश
नरेश
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