पेरिस, 17 मई (एपी) फ्रांस की पुलिस ने नॉरमैंडी शहर के रूएन में यहूदियों के एक प्रार्थना स्थल में आग लगाने का षड्यंत्र रच रहे एक सशस्त्र संदिग्ध को शुक्रवार तड़के गोली मार दी जिससे उसकी मौत हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के मुताबिक, संदिग्ध व्यक्ति के पास एक चाकू और धातु की एक छड़ थी।
देश के गृह मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ के माध्यम से जानकारी दी कि सशस्त्र व्यक्ति को मार गिराया गया।
उन्होंने कहा, ‘‘रूएन में राष्ट्रीय पुलिस अधिकारियों ने आज सुबह एक हथियारबंद व्यक्ति को मार गिराया जो शहर में यहूदियों के प्रार्थना स्थल में जाहिर तौर पर आग लगाना चाहता था। मैं तुरंत कार्रवाई करने और अधिकारियों के साहस के लिए उन्हें बधाई देता हूं।’’
राष्ट्रीय पुलिस के मुताबिक, अधिकारियों को शुक्रवार की सुबह सतर्क किया गया कि प्रार्थना स्थल से धुआं उठ रहा है और जब वे वहां पहुंचे तो उनका सामना एक व्यक्ति से हुआ।
राष्ट्रीय पुलिस सूचना सेवा ने बताया कि वह व्यक्ति चाकू और धातु की छड़ लेकर अधिकारियों की ओर बढ़ा, तभी एक अधिकारी ने गोली चला दी और उस व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल कर दिया।
रूएन के मेयर निकोलस मायेर-रॉसिग्नोल ने कहा कि ऐसा माना जाता है कि वह व्यक्ति एक कूड़ेदान पर चढ़ गया और प्रार्थना स्थल के अंदर ‘पेट्रोल बम’ फेंक दिया, जिससे आग लग गई और प्रार्थना स्थल को ”गंभीर क्षति” हुई।
उन्होंने कहा, ‘‘जब देश में यहूदी समुदाय पर हमला होता है, तो यह राष्ट्रीय समुदाय पर हमला माना जाता है, फ्रांस पर हमला माना जाता है, सभी फ्रांसीसी नागरिकों पर हमला माना जाता है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह हमला पूरे देश को भयभीत करने वाला है।’’
दरअसल, इजराइल-हमास युद्ध को लेकर फ्रांस में तनाव और गुस्सा काफी बढ़ गया है। पश्चिमी यूरोप में सबसे बड़ी यहूदी और मुस्लिम आबादी वाले फ्रांस में यहूदी समुदाय के विरोध में होने वाली घटनाओं में लगातार वृद्धि हुई है।
एपी रवि कांत रवि कांत मनीषा
मनीषा
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