यहूदी पूजा स्थल में लोगों को बंधक बनाने वाले संदिग्ध की पहचान ब्रितानी नागरिक के रूप में हुई |

यहूदी पूजा स्थल में लोगों को बंधक बनाने वाले संदिग्ध की पहचान ब्रितानी नागरिक के रूप में हुई

यहूदी पूजा स्थल में लोगों को बंधक बनाने वाले संदिग्ध की पहचान ब्रितानी नागरिक के रूप में हुई

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:21 PM IST, Published Date : January 17, 2022/1:22 am IST

कोलीविले (अमेरिका), 16 जनवरी (एपी) अमेरिका के टेक्सास में यहूदियों के एक पूजा स्थल में बंधक बनाए गए चार लोगों को कई घंटे के गतिरोध के बाद शनिवार रात रिहा करा लिया गया। इस दौरान सुरक्षाबलों की गोलीबारी में मारे गए संदिग्ध की पहचान ब्रितानी नागरिक मलिक फैसल अकरम (44) के रूप में हुई है।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने इस घटना को ”आतंकवादी कृत्य” करार दिया है।

एफबीआई ने एक बयान में कहा कि इस बात के कोई संकेत नहीं है कि इस घटना में कोई और भी संलिप्त था। हालांकि, संभावित इरादे के बारे में बयान में जानकारी साझा नहीं की गई। अकरम को पाकिस्तानी तंत्रिका विज्ञानी आफिया सिद्दीकी को रिहा किए जाने की मांग करते सुना गया था।

एफबीआई और पुलिस की प्रवक्ता ने यह बताने से इनकार कर दिया कि अकरम किसकी गोली से मारा गया।

संदिग्ध व्यक्ति को घटना की लाइवस्ट्रीमिंग (सोशल मीडिया मंच पर सीधा प्रसारण) के दौरान सिद्दीकी को रिहा करने की मांग करते सुना गया, जिसे अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के अधिकारियों की हत्या के प्रयास के जुर्म में सजा सुनाई गई है।

डलास टीवी स्टेशन डब्ल्यूएफएए से जारी वीडियो फुटेज में लोग पूजा स्थल के एक दरवाजे से भागकर बाहर निकलते देखे गए, इसके महज कुछ सेकंड बाद बंदूकधारी एक व्यक्ति दरवाजा खोलते और फिर उसे बंद करते दिखा। कुछ समय बाद गोलीबारी की आवाज सुनी गई और फिर धमाके की भी आवाज सुनाई दी।

प्राधिकारियों ने बताया कि कोलीविले में कांग्रिगेशन बेथ इजराइल भवन में बंधक बनाए गए एक व्यक्ति को शनिवार को पहले मुक्त कराया गया और तीन अन्य बंधक एफबीआई की स्वाट टीम के भवन में घुसने के बाद रात करीब नौ बजे बाहर आए।

एफबीआई के स्पेशल एजेंट इंचार्ज मैट डेसारनो ने बताया कि बंधक बनाने वाला व्यक्ति विशेष रूप से ऐसे मुद्दे पर केंद्रित था जो सीधे तौर पर यहूदी समुदाय से संबंधित नहीं था और तत्काल इस बात के भी कोई संकेत नहीं मिले हैं कि व्यक्ति किसी बड़ी साजिश का हिस्सा था, लेकिन डेसारनो ने कहा कि जांच एजेंसी ‘‘हर पहलू से जांच करेगी।’’ हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि अकरम ने यहूदी पूजा स्थल को ही क्यों चुना।

कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने पहचान गोपनीय रखने की शर्त पर ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि बंधक बनाने वाले व्यक्ति ने पाकिस्तानी तंत्रिका वैज्ञानिक आफिया सिद्दीकी की रिहाई की मांग की। टेक्सास की संघीय जेल में बंद सिद्दीकी पर अलकायदा से संबंध होने का संदेह है।

अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध ने यह भी कहा था कि वह सिद्दीकी से बात करना चाहता है।

इस बीच, ब्रिटेन के ‘फॉरेन, कॉमनवेल्थ एंड डेवल्पमेंट ऑफिस’ (एफसीडीओ) ने बताया कि उसे ‘‘टेक्सास में ब्रितानी नागरिक की मौत की जानकारी है और वह स्थानीय प्राधिकारियों के संपर्क में है।’’

अकरम के भाई गुलबर ने एक बयान जारी कर अपने भाई की मौत की पुष्टि की।

इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि न्यूयॉर्क शहर में एक रब्बी (यहूदी धार्मिक नेता) को संभवत: बंधक बनाए गए रब्बी का फोन आया था जिसके बाद न्यूयॉर्क शहर के रब्बी ने घटना की जानकारी देने के लिए पुलिस को फोन किया।

एफबीआई डलास की प्रवक्ता केटी चाउमोंट ने कहा कि पुलिस पूर्वाह्न 11 बजे के आसपास पूजा स्थल पहुंची और उसके तुरंत बाद आसपास के इलाके से लोगों को निकाला गया।

कांग्रिगेशन बेथ इजराइल में शनिवार की प्रार्थना की पूजा स्थल के फेसबुक (अब मेटा) पेज पर लाइवस्ट्रीमिंग हो रही थी। ‘फोर्ट वर्थ स्टार-टेलीग्राम’ की खबर के अनुसार, लाइवस्ट्रीमिंग के दौरान गुस्से में एक शख्स को चिल्लाते और उस दौरान धर्म के बारे में बोलते सुना गया। दिन में दो बजे के आसपास लाइवस्ट्रीमिंग बंद हो गई। बाद में मेटा कंपनी के एक प्रवक्ता ने यह पुष्टि की कि वीडियो को फेसबुक से हटा दिया गया है।

कई लोगों ने लाइवस्ट्रीम के दौरान बंधक बनाने वाले को सिद्दीकी को अपनी ‘‘बहन’’ के रूप में संबोधित करते सुना, लेकिन डलास फोर्ट-वर्थ टेक्सास में काउंसिल ऑन अमेरिकन इस्लामिक रिलेशंस (सीएआईआर) के कार्यकारी निदेशक फैजान सैयद ने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को बताया कि सिद्दीकी का भाई मोहम्मद सिद्दीकी इसमें शामिल नहीं था।

सीएआईआर के ह्यूस्टन चैप्टर के बोर्ड के अध्यक्ष एवं मोहम्मद सिद्दीकी के कानूनी सलाहकार जॉन फ्लॉयड ने कहा, ‘‘हमलावर का डॉ. आफिया सिद्दीकी, उसके परिवार या डॉ. आफिया के लिए न्याय की मांग करने वाले वैश्विक अभियान से कोई संबंध नहीं था।’’

गवर्नर ग्रेग एबॉट ने ट्वीट किया, ‘‘प्रार्थनाएं सुन ली गईं। सभी बंधक जीवित और सुरक्षित हैं।’’ एबॉट के इस ट्वीट से पहले प्रार्थना स्थल पर गोलियां चलने जैसी आवाजें सुनी गई थीं।

व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव जेन साकी ने शनिवार शाम ट्वीट किया कि बाइडन को इस बारे में जानकारी दे दी गई है और उन्हें वरिष्ठ अधिकारियों से पल-पल की सूचना मिल रही है।

इजराइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर रखे हुए हैं। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘‘हम बंधकों और बचाव दल की सुरक्षा के लिए प्रार्थना करते हैं।’’

कोलीविले लगभग 26,000 लोगों की आबादी वाला शहर है जो फोर्ट वर्थ से लगभग 23 किलोमीटर उत्तर पूर्व में स्थित है। यह प्रार्थना स्थल हरे-भरे इलाके में स्थित बड़े आवासीय घरों के बीच मौजूद है जिसके आसपास कई गिरजाघर, एक माध्यमिक और प्राथमिक स्कूल तथा खेत हैं।

ब्रैंडिस यूनिवर्सिटी और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से डिग्री लेने वाली पाकिस्तानी न्यूरो साइंटिस्ट (तंत्रिका विज्ञानी) सिद्दीकी को 2010 में 86 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। उस पर दो साल पहले अफगानिस्तान में हिरासत में लिए जाने के बाद अमेरिकी सेना के अधिकारियों पर हमला करने और गोली चलाने का आरोप था।

एपी सिम्मी नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)