भोपाल। हेमंत कटारे मामले की जांच के लिए गठित 9 सदस्यीय एसआईटी की बड़ी चूक सामने आई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच के लिए एसआईटी तो गठित की थी, लेकिन एसआईटी ही पुलिस की साख पर बट्टा लगा रही है। दरअसल लड़की ने जिस जूना जिम में सबसे पहले बलात्कार होना बताया था, पुलिस ने उसी जूना जिम में तीन बार सर्चिंग की, पुलिस के मुताबिक घटनाक्रम से जुड़े साक्ष्य भी जिम से जुटाए लेकिन एसआईटी ने अब तक जूना जिम में लगे सीसीटीवी कैमरों की हार्ड डिस्क जब्त नहीं की है।
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दरअसल लड़की ने आरोप लगाए थे कि कांग्रेस विधायक हेमंत कटारे ने पहली बार जूना जिम में ही उसे बुलाया और फिर जबरन उसका वीडियो बनाकर शारीरिक शोषण किया। पुलिस की जांच में हेमंत कटारे बलात्कार का दोषी भी पाया गया है लेकिन पुलिस ने आलीशान जिम में लगे सीसीटीवी कैमरों से फुटेज रिकवर कराने के लिए हार्ड डिस्क जब्त नहीं की, पुलिस का तर्क है कि जिम में लगे कैमरों में सिर्फ 7-8 दिन की ही रिकार्डिंग रहती है। लेकिन जानकार मानते हैं कि अगर एक्सपर्ट से हार्ड डिस्क रिकवर करवाई जाए तो अहम सबूत मिल सकते हैं।
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वहीं हेमंत कटारे मामले में पुलिस अधिकारियों की माने तो विधायक की सुरक्षा में लगे गनमैन ने पुलिस लाइन में आमद दे दी है, दोनों गनमैन से भी एसआईटी पूछताछ करेगी, और हेमंत की गिरफ्तारी के लिए हर प्रयास करेगी, लेकिन हकीकत ये है कि पुलिस अब तक आरोपी हेमंत कटारे और विक्रमजीत सिंह को गिरफ्तार कर पाने में नाकाम ही साबित हुई है।
वेब डेस्क, IBC24