दक्षिण अफ्रिका। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज पांच दिवसीय दक्षिण अफ्रीका दौरे पर हैं। पीटरमैरिट्जबर्ग में सुषमा ने दोनों देशों के संबंध को और प्रगाढ़ बनाने पर जोर दिया। भाषण के बाद सुषमा स्वराज पेंट्रीच से रेल में सफर कर पीटरमैरिट्जबर्ग पहुंची। यहां सात जून 1893 की ऐतिहासिक घटना की 125 वीं वर्षगांठ के मौके पर हूबहू उस घटना का मंचन किया गया। आपको बतादें सात जून 1893 को युवा वकील मोहनदास करमचंद गांधी को केवल श्वेतों के लिए आरक्षित ट्रेन के डिब्बे से बाहर फेंक दिया गया गया था। आज यही घटना का मंचन कर गांधीजी को याद किया गया।
#WATCH EAM Sushma Swaraj at Pietermaritzburg station in South Africa, pays tribute to Mahatma Gandhi https://t.co/YmkT8MhWK3
— ANI (@ANI) June 7, 2018
सुषमा ने यहां नेल्सन मंडेला द्वारा 25 साल पहले स्थापित महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। आपको बतादें महात्गांधी की एक ही प्रतिमा में उनके दो रूपों की छवि है। एक छवि युवा वकील की है। जबकि दूसरी छवि राष्ट्रपति महात्मागांधी के रुप की है। सुषमा ने गांधीजी का चरखा चलाकर नई प्रतिमा का अनावरण किया है।
#WATCH EAM Sushma Swaraj unveils a bust of Mahatma Gandhi at #Pietermaritzburg station in South Africa pic.twitter.com/XuPL6XnewL
— ANI (@ANI) June 7, 2018
We should be conscious that two of the greatest movements on this planet started here, which freed both the individuals&nations of injustice &subjugation. The presence of the indomitable spirit of Gandhi & Mandela is palpable in this place: EAM Sushma Swaraj at #Pietermaritzburg pic.twitter.com/IN3vfgOff5
— ANI (@ANI) June 7, 2018
उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने दुनिया भर के उपनिवेशवाद अथवा रंगभेद के गुलामों के बीच उम्मीद की किरण जगाई थी. सुषमा ने कहा , ‘यह पीटरमैरिट्जबर्ग था जहां हमारे समय के दो महान नेताओं ने फिर से उम्मीद जगाई. उन्होंने विकासशील देशों खासतौर से भारत और अफ्रीकी राष्ट्रों को उपनिवेशवाद की बेड़ियों से आजाद कराकर उनमें उम्मीद जगाई.’
वेब डेस्क, IBC24
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