Analysis of Kanker Assembly, Chunavi Chaupal in Kanker, Kanker Vidhan Sabha

Chunavi Chaupal in Kanker : अविभाजित मध्यप्रदेश की सबसे पुरानी सीट है कांकेर, क्या कांग्रेस यहां लगा पाएगी हैट्रिक या फिर खिलेगा कमल?

अविभाजित मध्यप्रदेश की सबसे पुरानी सीट है कांकेरः Analysis of Kanker Assembly, Chunavi Chaupal in Kanker, Kanker Vidhan Sabha

Edited By :   Modified Date:  April 10, 2023 / 09:38 PM IST, Published Date : April 10, 2023/9:38 pm IST

Chunavi Chaupal in Kanker :  छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में आईबीसी 24 का चुनावी चौपाल कार्यक्रम लगातार जारी है। हम अलग-अलग विधानसभा सीटों पर जाकर वहां के विकास, विधायकों के प्रदर्शन और 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जनता का मूड जानने की कोशिश कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज बारी है छत्तीसगढ़ के कांकेर विधानसभा की…

Chunavi Chaupal in Kanker :  कांकेर विधानसभा अविभाजित मध्यप्रदेश की सबसे पुरानी विधानसभा सीटों में से एक है। यहां चुनाव 1962 में हुआ था। इस चुनाव में बीपी देव ने जीत दर्ज की थी। 1967 और 1972 में जहां कांग्रेस ने जीत दर्ज की तो वहीं 1977 में यहां से जनता पार्टी का उम्मीदवार विधानसभा पहुंचा। साल 1980 में जनता ने निर्दलीय उम्मीदवार को चुनकर विधानसभा भेजा। अभी तक इस सीट पर 13 चुनाव हो चुके हैं जिसमें से 7 बार कांग्रेस, 3 बार बीजेपी, एक बार जनता पार्टी और दो बार निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है। साल 2018 में यहां से कांग्रेस के टिकट पर पूर्व आईएएस अफसर शिशुपाल सोरी को मैदान में उतारा गया। सोरी यहां करीब 20 हजार मतों से जीतकर विधायक बने।

क्या है यहां का जातिगत समीकरण

कांकेर विधानसभा सीट आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित है। यहां लगभग 70 फीसदी आदिवासी वर्ग के मतदाता हैं जबकि 4 फीसदी के आसपास अनुसूचित जाति वर्ग के मतदाता हैं। करीब 15 फीसदी मतदाता पिछड़ा वर्ग के है जबकि 10 फीसदी वोटर सामान्य वर्ग के हैं। इस इलाके में साक्षरता दर 72 फीसदी है। यहां साल 2018 में वोटिंग 51 फीसदी के करीब हुई थी।

2018 में कांग्रेस के खाते में आई थी सीट

Chunavi Chaupal in Kanker :  साल 2018 में कांकेर विधानसभा सीट पर कांग्रेस के शिशुपाल सोरी ने जीत हासिल किया था। उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी हीरा मरकाम को 19,804 मतों के अंतर से हराया था। सोरी को बीजेपी की तरफ से हीरा मरकाम और बसपा की तरफ से रामसहाय कोरम के बीच जोरदार चुनौती मिली, लेकिन जीत हासिल करने में कामयाब रहे।

2013 विधानसभा चुनाव, एसटी सीट
शंकर ध्रुव, कांग्रेस, कुल वोट मिले 50586
संजय कोडोपी, बीजेपी, कुल वोट मिले 45961

2008 विधानसभा चुनाव, एसटी सीट
सुमित्रा मार्कोले, बीजेपी, कुल वोट मिले 469793
प्रीति नेतम, कांग्रेस, कुल वोट मिले 29290

2003 विधानसभा चुनाव, एसटी सीट
अघन सिंह, बीजेपी, कुल वोट मिले 50198
श्याम ध्रुव, कांग्रेस, कुल वोट मिले 24387

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इस बार क्या कहती है कांकेर की जनता

इस आदिवासी सीट पर मुद्दों की कोई कमी नहीं है। यहां हमेशा आदिवासी वर्ग से जुड़ी समस्याएं हमेशा ही बड़ी मुद्दा रही है। यहां के नागरिकों का विकास और विधायक को लेकर मिलाजुला रिस्पॉस मिला। एक स्थानीय मतदाता ने IBC24 से बातचीत के दौरान बताया कि यहां कांग्रेस सरकार के दौरान बढ़िया काम हुआ है। विधायक का काम भी यहां बेहतर है।

एक वरिष्ठ नागरिक ने कहा कि विकास एक सतत प्रक्रिया है। इसमें और थोड़ी गति देने का प्रयास करना चाहिए। किसानों की कई सारी समस्या है। इसका निराकरण करना बेहद जरूरी है। बुध्दजीवी वर्ग का भी ध्यान रखा जाना चाहिए। एक युवा किसान मतदाता ने कहा कि कांग्रेस सरकार में कोई परिवर्तन नहीं आया है। नल पाइप तो घर तक आ गई है, लेकिन पानी अभी तक नहीं पहुंचा है।