Gujarat second phase election 2022

गुजरात चुनाव के आखिरी चरण के लिए वोटिंग आज, कौन मारेगा मैदान? यहां जानें क्या कहते हैं चुनावी समीकरण…

Gujarat second phase election 2022 इस चरण में कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। ये चरण बीजेपी और कांग्रेस के लिए काफी खास है।

Edited By :   Modified Date:  December 5, 2022 / 07:35 AM IST, Published Date : December 5, 2022/7:33 am IST

Gujarat second phase election 2022: अहमदाबाद। आज गुजरात चुनाव के दूसरे और आखिरी चरण के लिए वोटिंग होनी है। ये चरण गुजरात चुनाव के लिए काफी अहम माना जा रहा है। बता दें दूसरे चरण में 14 जिलों की 93 सीटों पर चुनाव होना है। इस चरण में मध्य और उत्तर गुजरात की सीटों पर वोट डाले जाएंगे। तो वहीं इस चरण में कई दिग्गजों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है। ये चरण बीजेपी और कांग्रेस के लिए काफी खास है। लेकिन इस बार ये मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही नहीं है। इस बार का विधानसभा चुनाव त्रिकोणीय होने जा रहा है। क्योंकि इस बार बीजेपी-कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी ने भी एंट्री कर ली है। जिसका असर दोनों पार्टी पर दिखाई पड़ सकता है। दूसरे चरण के लिए सुबह 8 बजे से वोट डाले जाएंगे।

833 उम्मीदवार चुनावी मैदान में

Gujarat second phase election 2022: इस बार बीजेपी और कांग्रेस के साथ आम आदमी पार्टी भी चुनावी मैदान में मजबूती से लड़ रही है। आज गुजरात में 14 जिले की कुल 93 सीटों पर 833 उम्मीदवार मैदान में हैं, जिसमें 69 महिला उम्मीदवार हैं। जबकि 764 पुरुष उम्मीदवार हैं। जिसमें अहमदाबाद की 21 सीटों पर सबसे ज्यादा 249, बनासकांठा की 9 सीटों के लिए 75, वडोदरा की 10 सीटों के लिए 72 उम्मीदवार, आणंद की 7 सीटों के लिए 69 उम्मीदवार, महेसाणा की 7 सीटों के लिए 63 उम्मीदवार, गांधीनगर की 5 सीटों के लिए 50 उम्मीदवार, खेडा की 6 सीटों के लिए 44 उम्मीदवार, पाटन की 4 सीटों के लिए 43 उम्मीदवार, पंचमहल की 5 सीटों के लिए 38 उम्मीदवार, दाहोद की 6 सीटों के लिए 35 उम्मीदवार, अरवली की 3 सीटों के लिए 30 उम्मीदवार, साबरकांठा की 4 सीटों के लिए 26 उम्मीदवार, महीसागर की 3सीटों के लिए 22 उम्मीदवार, छोटा उदयपुर की 3 सीटों के लिए 17 उम्मीदवार मैदान में हैं।

बीजेपी-कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर-Gujarat second phase election 2022

Gujarat second phase election 2022: 2017 के चुनाव के नतीजों को देखें तो 93 सीटों में से 52 सीटों पर बीजेपी और 40 सीटों पर कांग्रेस को जीत हासिल हुई थी, जिसमें अहमदाबाद जिले की 21 सीट में से 15 सीटों पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी। वडोदरा में 10 सीटों में से 9 सीटों पर बीजेपी और एक सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी। इस बार अहमदाबाद के बापुनगर सीट पर सबसे ज्यादा 49 उम्मीदवार चुनावी मैदान में है। जबकि धाटलोडिया सीट पर सबसे ज्यादा 4,28,542 मतदाता हैं। पूरे गुजरात में 2,51,58,730 मतदाता हैं। इनमें 1,29,26,501 पुरुष और 1,22,32,335 महिला वोटर्स हैं। जबकि 894 थर्ड जेंडर हैं।

कुछ इस प्रकार थे पिछले चुनाव के नतीजे

Gujarat second phase election 2022: दूसरे चरण के मतदान में 13 आदिवासी सीट हैं। उत्तर गुजरात में 32 सीटों में से 12 सीट पर बीजेपी ने जीत हासिल की थी। जबकि 20 सीटों कांग्रेस की जीत हुई थी। उत्तर गुजरात को कांग्रेस का गढ माना जाता है। मध्य गुजरात में 61 में से 40 सीटों पर बीजेपी को जीत हासिल हुई थी। 21 सीटों पर कांग्रेस को जीत हासिल हुई थी। अहमदाबाद की 21 सीटों में से बीजेपी को 15 और कांग्रेस को 6 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। मालूम हो कि गुजरात में 182 सीटें है इनमें से बहुमत हासिल करने के लिए 92 सीटों पर जीत जरूरी है। पिछले चुनाव की बात की जाए तो बीजेपी ने बहुमत का आंकड़ा पार कर 99 सीटों पर जीत हासिल की थी तो वहीं कांग्रेस ने 77 सीटें जीती थी। पिछली बार के चुनाव में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे का मुकाबला था। पिछले चुनाव में काफी रोमांचक था लेकिन आखिर में बीजेपी ने बहुमत मत हासिल कर सरकार बना ली थी। इसके अलावा दो सीटों पर बीटीपी (भारतीय ट्राइबल पार्टी) और एक सीट पर एनसीपी के उम्मीदवार को जीत मिली थी। इसके अलावा तीन सीटें निर्दलीय उम्मीदवारों को मिली थीं।

उत्तर गुजरात में कांग्रेस का प्रभाव-Gujarat second phase election 2022

Gujarat second phase election 2022: उत्तर गुजरात कांग्रेस के लिए काफी अहम है। अपनी जीत को बरकरार रखने के लिए कांग्रेस उत्तर में एड़ी चोटी का जोर लगा रही है। गौरतलब है कि गुजरात का उत्तरी भाग राजस्थान से लगा हुआ है। और गुजरात में का3ग्रेस की सरकार है। गुजरात चुनाव में राजस्थान के मुख्यमंत्रा अशोक गहलोत की भी अहम भूमिका है। उन्होनें जनता के बीच पार्टी के पक्ष में माहौल बनाया है। लेकिन गुजरात में बीजेपी की सरकार है ऐसे में उत्तर गुजरात में अपनी पकड़ को बरकरार रखना कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती है। बता दें कि पुथले 2017 के चुनाव के बाद कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं ने कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी का दामन थामा था। इसमें से प्रमुख आदिवासी नेती मोहन भाई राठवा प्रमुख थे। जिसके बाद इस बार का ये चुनाव कांग्रेस की काफी अहम है क्योंकि कई बड़े नेता जिन्होंने कांग्रेस को छोड़ा था इस बार वह कांग्रेस के खिलाफ लड़ने जा रहे है।

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