मोदी ‘‘तुष्टिकरण’’ की नहीं, बल्कि ‘‘संतुष्टिकरण’’ की राजनीति में विश्वास करते हैं : सिन्हा |

मोदी ‘‘तुष्टिकरण’’ की नहीं, बल्कि ‘‘संतुष्टिकरण’’ की राजनीति में विश्वास करते हैं : सिन्हा

मोदी ‘‘तुष्टिकरण’’ की नहीं, बल्कि ‘‘संतुष्टिकरण’’ की राजनीति में विश्वास करते हैं : सिन्हा

:   Modified Date:  May 4, 2024 / 09:43 PM IST, Published Date : May 4, 2024/9:43 pm IST

पटना, चार मई (भाषा) भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने राष्ट्रीय जनता दल एवं उसके गठबंधन सहयोगी कांग्रेस पर वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति में शामिल होने का आरोप लगाते शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ‘‘तुष्टिकरण’’ की नहीं, बल्कि ‘‘संतुष्टिकरण’’ की राजनीति में विश्वास करते हैं।

पटना में पत्रकारों से बात करते हुए सिन्हा ने कहा, ‘‘मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए ने तुष्टिकरण के बजाय देश के लोगों की संतुष्टिकरण का रास्ता चुना। हमारे प्रधानमंत्री तुष्टिकरण नहीं, संतुष्टिकरण की राजनीति में विश्वास करते हैं।

उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘वे (राजद और उसके गठबंधन सहयोगी) अपनी वोटबैंक की राजनीति के तहत ‘‘सनातन धर्म को निशाना बनाते हैं।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि राजद और उसके गठबंधन सहयोगी विकास, सुशासन और भ्रष्टाचार को खत्म करने जैसे मुद्दों पर चर्चा नहीं कर सकते।

उपमुख्यमंत्री, तेजस्वी यादव द्वारा एक चुनावी रैली के दौरान भगवा पार्टी पर सनातन धर्म का मुद्दा उठाकर सांप्रदायिक कार्ड खेलने का आरोप लगाया था, के बारे में पूछे जाने पर पत्रकारों के सवालों के जवाब दे रहे थे।

सिन्हा ने कहा, ‘‘राजद और उसके गठबंधन के साथी सत्ता चाहते हैं। जब देश मोदी की गारंटी के बारे में बात करता है, तो वे (विपक्ष) धर्म के नाम पर आरक्षण की बात करते हैं। जो लोग भ्रष्टाचार और ‘‘जंगल राज’’ के प्रतीक हैं, वे सुशासन के बारे में बात नहीं कर सकते जब हमारे प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात करते हैं, तो वे जाति और धर्म जैसे मुद्दे उठाकर मतदाताओं का ध्यान भटकाने की कोशिश करते हैं।’’

भाषा अनवर रंजन

रंजन

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)