नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (भाषा) बासमती चावल एवं अन्य कृषि उत्पादों का निर्यात इस साल सितंबर में घटकर 17.93 लाख टन रह गया जो उसके एक महीने पहले 27.94 लाख टन था।
कृषि निर्यात प्रोत्साहन निकाय एपीडा के मुताबिक, चावल की विभिन्न किस्मों पर प्रतिबंध, घरेलू आपूर्ति को बढ़ावा देने और खाद्य मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने के लिए बासमती चावल पर न्यूनतम निर्यात मूल्य लगाने से कुछ कृषि वस्तुओं के निर्यात पर असर पड़ा है।
अप्रैल और मई में कृषि उत्पादों का निर्यात लगभग 33 लाख टन रहा था। लेकिन टूटे हुए चावल और गैर-बासमती सफेद चावल जैसी चावल की विभिन्न किस्मों के निर्यात पर बंदिशें लगने से कृषि वस्तुओं का निर्यात सितंबर में घटकर करीब 18 लाख टन पर आ गया।
कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीईडीए) के आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 के अगस्त महीने में कृषि वस्तुओं का निर्यात 27.94 लाख टन था।
मूल्य के लिहाज से कृषि वस्तुओं का निर्यात सितंबर के दौरान घटकर 14,153 करोड़ रुपये रह गया, जो अगस्त में 18,128 करोड़ रुपये था।
आंकड़ों से पता चलता है कि सितंबर में गैर-बासमती चावल का निर्यात 4.25 लाख टन, बासमती चावल का 1.21 लाख टन, ताजा प्याज का 1.51 लाख टन और भैंस के मांस का 1,21,427 टन निर्यात हुआ।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में कृषि वस्तुओं का कुल निर्यात 172.27 लाख टन रहा।
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