Chhattisgarh Government will provide Zero interest loan to the farmers for lac cultivation

छत्तीसगढ़ सरकार का किसानों को बड़ा तोहफा, अब इस फसल की खेती के लिए मिलेगा 0% ब्याज पर ऋण

Zero interest loan for lac cultivation in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों को लाख की खेती के लिए प्रोत्साहित करने और उनके आय में वृद्धि करने के लिए अहम पहल कर रही है।

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:19 PM IST, Published Date : November 21, 2022/5:02 pm IST

Zero interest loan for lac cultivation in Chhattisgarh: रायपुर। प्रदेश के किसानों के लिए बड़ी अच्छी खबर है। अब छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों को लाख की खेती के लिए प्रोत्साहित करने और उनके आय में वृद्धि करने के लिए अहम पहल कर रही है। जिसके तहत अब राज्य सरकार किसानों को लाख की खेती करने के उन्हें बिना ब्याज ऋण देगी ताकि लाख की खेती को प्रदेश में बढ़ावा दिया जा सके। दरअसल राज्य में वर्तमान में 4 हजार टन लाख का उत्पादन होता है, जिसका अनुमानित मूल्य राशि 100 करोड़ रूपए है। राज्य में लाख उत्पादन को 10 हजार टन तक बढ़ाते हुए 250 करोड़ रूपए की आय कृषकों को देने का लक्ष्य है।

लाख की खेती को प्रोत्साहित करने पहल

Zero interest loan for lac cultivation in Chhattisgarh: राज्य में बीहन लाख की कमी को दूर करने हेतु कृषकों के पास उपलब्ध बीहन लाख को उचित मूल्य पर क्रय करने के लिए क्रय दर का निर्धारण किया गया है। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख (बेर वृक्ष से प्राप्त) के लिए कृषकों को देय क्रय दर 550 रूपए प्रति किलो ग्राम तथा रंगीनी बीहन लाख (पलाश वृक्ष से प्राप्त) के लिए कृषकों को देय क्रय दर 275 रूपए प्रति किलोग्राम निर्धारित है। इसी तरह कृषकों को बीहन लाख उपलब्ध कराने हेतु विक्रय दर का भी निर्धारण किया गया है। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख (बेर वृक्ष से प्राप्त ) के लिए कृषकों को देय विक्रय दर 640 रूपए प्रति किलोग्राम और रंगीनी बीहन लाख (पलाश वृक्ष से प्राप्त) के लिए कृषकों को देय विक्रय दर 375 रूपए प्रति किलोग्राम निर्धारित है।

बिना ब्याज ऋण की व्यवस्था

Zero interest loan for lac cultivation in Chhattisgarh: राज्य सरकार द्वारा किसानों को लाख की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए जिला सहकारी बैंक के माध्यम से लाख फसल ऋण निःशुल्क ब्याज के साथ प्रदाय करने हेतु व्यवस्था की गई है। इसके तहत लाख पालन करने हेतु पोषक वृक्ष कुसुम पर 5 हजार रूपए, बेर पर 900 रूपए तथा पलाश पर 500 रूपए प्रति वृक्ष ऋण सीमा निर्धारित है। लाख पालन को वैज्ञानिक पद्धति से करने हेतु राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा कांकेर में प्रशिक्षण केन्द्र खोला गया है। इस केन्द्र में 03 दिवसीय संस्थागत प्रशिक्षण के साथ लाख उत्पादन क्लस्टर में ऑनफार्म प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है।

समय सीमा निर्धारित

Zero interest loan for lac cultivation in Chhattisgarh: राज्य में योजना के सफल क्रियान्वयन और लाख उत्पादन में वृद्धि करने के लिए 20 जिला यूनियनों में 03 से 05 प्राथमिक समिति क्षेत्र को जोड़ते हुए लाख उत्पादन क्लस्टर का गठन भी किया गया है। इसके तहत प्रत्येक लाख उत्पादन क्लस्टर में सर्वेक्षण कर कृषकवार बीहन लाख की मांग की जानकारी ली जा रही है। इनमें कृषकों को संघ द्वारा निर्धारित मूल्य पर बीहन लाख प्रदाय करने हेतु आवश्यक कुल राशि को अग्रिम रूप से जिला यूनियन खाते में जमा कराना होगा। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख के लिए कृषकों से प्राप्त मांग के अनुरूप राशि जमा किए जाने हेतु 15 दिसंबर तक समय-सीमा निर्धारित है।

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