(सिमरन अरोड़ा)
रांची, 18 जनवरी (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) लिथियम सहित महत्वपूर्ण खनिजों के खनन कारोबार में उतरने पर विचार कर रही है।
एक अधिकारी ने यहां यह जानकारी देते हुए कहा कि सीआईएल ने खोज के लिए सरकार से ब्लॉक लेने की योजना बनाई है।
उन्होंने कहा कि एक बार लिथियम भंडार मिलने के बाद सीआईएल खनन के लिए आगे बढ़ेगी।
देश की ऊर्जा सुरक्षा योजनाओं के लिए लिथियम की जरूरत है। आने वाले वर्षों में शुद्ध शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए इसे अहम माना जा रहा है।
कोल इंडिया के निदेशक (तकनीकी) बी वीरा रेड्डी ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम भारत सरकार से एक ब्लॉक लेंगे और खोज करेंगे। एक बार लिथियम मिल जाए तो हम खनन के लिए आगे बढ़ सकते हैं।’’
रेड्डी के पास सेंट्रल कोलफील्ड्स लिमिटेड के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) का अतिरिक्त प्रभार भी है।
उन्होंने कहा कि कोल इंडिया का मुख्य कारोबार खनन है और कंपनी महत्वपूर्ण खनिजों के खनन में निश्चित रूप से सफल होगी।
उन्होंने बताया, ‘‘हमारे पास कोयला खनन में विशेषज्ञता है और हम अपने सभी संसाधनों को महत्वपूर्ण खनिजों के खनन के लिए लगा सकते हैं।’’
रेड्डी ने जोर देकर कहा कि भारत में खोज की बहुत गुंजाइश है, लेकिन इस काम को ठीक से नहीं किया जाता है।
घरेलू कोयला उत्पादन में कोल इंडिया की हिस्सेदारी 80 प्रतिशत से अधिक है।
भाषा पाण्डेय अजय
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