प्रवर्तन निदेशालय ने इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया धोखाधड़ी मामले में संपत्तियां कुर्क कीं |

प्रवर्तन निदेशालय ने इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया धोखाधड़ी मामले में संपत्तियां कुर्क कीं

प्रवर्तन निदेशालय ने इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया धोखाधड़ी मामले में संपत्तियां कुर्क कीं

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:22 PM IST, Published Date : March 16, 2022/8:29 pm IST

नयी दिल्ली, 16 मार्च (भाषा) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इंस्टिट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स इंडिया (आईईआई) के साथ कथित धोखाधड़ी से जुड़े मामले में मनी लांड्रिंग रोधक जांच के संदर्भ में एक बीएमडब्ल्यू कार, सोने के सिक्के और 2.30 करोड़ रुपये मूल्य की जमीन आदि संपत्तियां कुर्क की हैं। ईडी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

आईईआई की वेबसाइट के अनुसार यह 1920 में स्थापित इंजीनियरों का सबसे बड़ा निकाय है। इसका मुख्यालय कोलकाता में है।

कोलकाता पुलिस की आईईआई के साथ कथित धोखाधड़ी मामले में नवंबर, 2020 में एक बैंक प्रबंधक सम्राट पॉल और अन्य के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के आधार पर केंद्रीय एजेंसी की जांच शुरू हुई।

प्रवर्तन निदेशालय ने एक बयान में कहा, ‘‘इलाहाबाद बैंक की बऊ बाजार शाखा में कार्यरत तत्कालीन बैंक प्रबंधक पॉल और अन्य ने सावधि जमा के नाम पर संस्थान के खाते से 35 करोड़ रुपये की अधिक राशि हस्तांतरित कर धोखाधड़ी की। बाद में बैंक की नकली / जाली रसीद आईआईआई को दी गयी।’’

संस्थान के साथ धोखाधड़ी करने के बाद राशि विभिन्न मुखौटा कंपनियों के खातों में हस्तांतरित कर दी गयी।

ईडी के अनुसार, इस कोष को कंपनियों के बीच कई बार इधर-उधर किया गया और बाद में नकद रूप में राशि निकाल ली गयी। इसका मकसद अपराध की कमाई को छिपाना था।

धन शोधन रोधक कानून के तहत जारी अस्थायी आदेश में बीएमडब्लयू कार, 100-100 ग्राम के सोने के दो सिक्कों, भूखंड तथा पश्चिम बंगाल के नाडिया जिले में गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) सत्य सेवा संघ के नाम पर बनी एक इमारत कुर्क की गयी हैं। एनजीओ को अपराध की कमाई से सीधा लाभ मिला है।

भाषा

रमण अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)