Loan Settlement News: क्या आपको भी रिकवरी एजेंट कर रहा हैं हर दिन क़िस्त के लिए परेशान?.. ऐसे मिलेगा लोन से छुटकारा, करना होगा ये काम..
Loan Settlement Kaise Kare
मुम्बई: कभी-कभी अपने जरूरत के लिए लिया गया लोन हमारी एक बड़ी मुसीबत का कारण बनता है। हम अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए लोन ले लेते हैं लेकिन आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से हम लोन नहीं चुका पाते हैं। (Loan Settlement Kaise Kare) लोन न चुका पाने की वजह से लोन सेटेलमेंट का एक तरीका बचता है। अगर आप लोन नहीं चुका पा रहे हैं तो हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से लोन सेटेलमेंट कैसे करें के बारे में पूरी इनफार्मेशन देंगे।आप किसी भी बैंक या प्राइवेट संस्था से लिया है और आप लोन चुकाने में असमर्थ हैं।
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आपको किसी भी तरह का कोई परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। आप बैंक या प्राइवेट संस्था से बात करके लोन सेटेलमेंट कर सकते हैं। लोन सेटेलमेंट कैसे करें, लोन सेटेलमेंट करते समय किन-किन बातों का ध्यान रखें, इन सभी चीजों को हम इस आर्टिकल के माध्यम से बताएंगे।
What Is Loan Settlement?
लोन सेटेलमेंट क्या है?
जब कोई लोन लेने वाला व्यक्ति लोन चुकाने में असमर्थ होता है तो बैंक या लोन देने वाली कंपनी की तरफ से लोन सेटलमेंट की प्रक्रिया की जाती है। लोन सेटेलमेंट प्रक्रिया के अंतर्गत बैंक या लोन देने वाली कंपनी की तरफ से इंटरेस्ट अमाउंट पेनेल्टी ओर अन्य चार्ज में छूट दी जाती है। इन सब छूट के बाद जो प्रिंसिपल अमाउंट बचता है, उसे लोन लेने वाले व्यक्ति को चुकाना पड़ता है।
लोन सेटेलमेंट के दौरान आपको बैंक या लोन कंपनी के तरफ से लोन चुकाने के दो ऑप्शन मिलते हैं। आप चाहे तो इस लोन को वन टाइम सेटलमेंट के माध्यम से एक ही बार में लोन अमाउंट देकर खत्म कर सकते हैं। इसके अलावा अगर आप चाहे तो जो लोन अमाउंट है उसको आप किस्तों में भी दे सकते हैं।
When does loan settlement happen
लोन सेटेलमेंट कब होता है?
लोन सेटेलमेंट हर कोई व्यक्ति नहीं कर सकता है। लोन सेटेलमेंट करने के लिए आपके पास कोई ठोस वजह होना चाहिए। अगर आप बिजनेस करते हैं और आपका बिजनेस बंद हो जाता है। इसके अलावा अगर आप जॉब करते हैं और आपकी जॉब खत्म हो जाती है तो आप इन सभी कारण का हवाला देकर लोन सेटेलमेंट कर सकते हैं।
लोन सेटेलमेंट करते समय ध्यान रखें यह बातें
- अगर आप लोन सेटेलमेंट करने जा रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है।
- लोन सेटेलमेंट के दौरान लोन धारक को कम से कम लोन अमाउंट सेटलमेंट की पेशकश करनी चाहिए।
- आप लोन सेटेलमेंट की राशि का 30% से पे करने की बात करनी चाहिए।
- दूसरी बात यहां पर बैंक या प्राइवेट लोन कंपनी आपसे अधिक से अधिक लोन अमाउंट लेने की प्रस्ताव रखेगी। यहां पर आपसे 80% या 70% लोन अमाउंट पे करने के लिए कहेगी। लेकिन आपको यह प्रस्ताव एक्सेप्ट नहीं करना है।
- आप अपनी आर्थिक स्थिति का हवाला देकर किसी तरह से बैंक या लोन कंपनी को 50% में लोन सेटेलमेंट करने की कोशिश करनी है। 90% केस में यह सेटलमेंट कंफर्म हो जाता है।
- लोन सेटेलमेंट की बात कंप्लीट होने के बाद आप बैंक या प्राइवेट लोन कंपनी से अनुरोध करें कि वह उन्हें एक लिखित में बकाया लोन सेटेलमेंट का समझौता भेजें। क्योंकि लिखित समझौता की वजह से आपको आगे किसी भी तरह की कानूनी कार्रवाई से बच सकते हैं।
Disadvantages of loan settlement?
लोन सेटेलमेंट के नुकसान क्या है?
- अगर आप लोन सेटेलमेंट करते हैं। आपको लोन सेटेलमेंट बहुत सारे नुकसान भी उठाने पड़ते हैं। नीचे हम आपको लोन सेटेलमेंट के कुछ नुकसान के बारे में जानकारी देते हैं।
- लोन सेटेलमेंट करने पर आपका क्रेडिट स्कोर कम हो जाता है।
- लोन सेटेलमेंट करने पर आपका क्रेडिट स्कोर 50 पॉइंट से लेकर 100 पॉइंट कम हो जाता है।
- लोन सेटेलमेंट करने के बाद आपको किसी भी बैंक या प्राइवेट लोन कंपनी से लोन मिलना मुश्किल हो जाता है।
- लोन सेटेलमेंट का सबसे बड़ा नुकसान यह होता है कि आप आपके क्रेडिट रिपोर्ट में कंपनी की तरफ से मेंशन किया जाता है कि अपने लोन सेटलमेंट किया है और यह मेंशन 7 साल तक क्रेडिट रिपोर्ट में रहती है।
- क्रेडिट रिपोर्ट में लोन सेटेलमेंट मेंशन होने की वजह से आपको अगले 7 साल तक लोन मिलना असंभव हो जाता है।

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