मारुति को उम्मीद, 2026 के अंत तक छोटी कारों की मांग फिर पकड़ेगी रफ्तार |

मारुति को उम्मीद, 2026 के अंत तक छोटी कारों की मांग फिर पकड़ेगी रफ्तार

मारुति को उम्मीद, 2026 के अंत तक छोटी कारों की मांग फिर पकड़ेगी रफ्तार

:   Modified Date:  May 1, 2024 / 08:03 PM IST, Published Date : May 1, 2024/8:03 pm IST

नयी दिल्ली, एक मई (भाषा) स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहनों (एसयूवी) को लेकर बढ़ती दीवानगी के बीच देश की सबसे बड़ी वाहन विनिर्माता मारुति सुजुकी इंडिया (एमएसआई) को उम्मीद है कि छोटी कारों की मांग 2026 के अंत या 2027 तक फिर से तेजी पकड़ेगी।

कुछ साल पहले तक देश के यात्री वाहन बाजार में छोटी कारों की मांग सबसे अधिक होती थी लेकिन अब इसकी जगह एसयूवी ने ले ली है। हालत यह है कि छोटी कारों की हिस्सेदारी घटकर 30 प्रतिशत से भी कम रह गई है।

एमएसआई के वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (बिक्री एवं विपणन) पार्थो बनर्जी ने एक ऑनलाइन संवाद में कहा कि यात्री वाहन उद्योग में एसयूवी खंड की हिस्सेदारी बढ़कर 53.6 प्रतिशत पर पहुंच गई है जिससे छोटी कारों के खंड की हिस्सेदारी और भी कम हो गई है।

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में कई कारणों से हैचबैक कारों की कीमतें तेजी से बढ़ी हैं जिससे उन्हें खरीद पाने की क्षमता भी प्रभावित हुई है। सुरक्षा एवं उत्सर्जन मानकों का पालन करने से इन कारों के दाम बढ़ गए हैं लेकिन छोटी कारें खरीद पाने की लोगों की क्षमता उस अनुपात में नहीं बढ़ी है।

बनर्जी ने कहा, ‘‘इसका नतीजा यह हुआ है कि हैचबैक कारों का हिस्सा भी घट गया है। लेकिन हमारा मत है कि हैचबैक खंड एक बार फिर अपना दमखम दिखाएगा। हमें उम्मीद है कि 2026 के अंत या 2027 तक हैचबैक बाजार फिर से वापसी करेगा।’’

उन्होंने कहा कि दोपहिया वाहनों की बिक्री में एक बार फिर आई तेजी से हैचबैक खंड को सकारात्मक संदेश मिल सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने पहले भी देखा है कि दोपहिया वाहन उद्योग में तेजी आने के कुछ समय बाद चार-पहिया उद्योग में भी तेजी आती है।’’

मारुति सुजुकी के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि समय के साथ कार खरीद पाने की क्षमता बढ़ने पर छोटी कारों की बिक्री एक बार फिर रफ्तार पकड़ेगी।

कुल यात्री वाहन बाजार में छोटी कारों की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2017-18 में 47.4 प्रतिशत हुआ करती थी लेकिन उसके बाद से इसमें लगातार गिरावट आती गई और वित्त वर्ष 2022-23 में यह सिर्फ 27.7 प्रतिशत रह गई।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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