मुंबई, 27 मार्च (भाषा) भारत में ज्यादातर कर्मचारी चुनौतियों और अतिरिक्त जिम्मेदारी से प्रेरित होते हैं।
मानव संसाधन शोध संस्थान यूकेजी वर्कफोर्स इंस्टिट्यूट के एक वैश्विक अध्ययन के अनुसार, भारत में 89 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी काम पर चुनौतियों और अतिरिक्त जिम्मेदारी से प्रेरणा पाते हैं। करीब 84 प्रतिशत कर्मचारियों का मानना है कि उनके प्रबंधकों की उनके साथ सहानुभूति होती है और वह उनका ध्यान रखते हैं।
यह अध्ययन भारत सहित 10 देशों में किया गया था, जिसमें प्रबंधकों और शीर्ष-स्तरीय अधिकारियों सहित 4,000 से अधिक कर्मचारियों का सर्वेक्षण किया गया था।
अध्ययन में कहा गया कि भारत में चार में से तीन कर्मचारियों (72 प्रतिशत) का कहना है कि उनके प्रबंधक का समर्थन, प्रोत्साहन और उनका नेतृत्व सीधे तौर पर उन्हें कार्यस्थल में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है।
इसमें कहा गया कि 40 प्रतिशत उत्तरदाता कहते हैं कि एक अच्छा प्रबंधक – जो उनकी पहुंच में हो- होने से वे काम में सबसे अधिक प्रेरित महसूस करते हैं।
हालांकि, अध्ययन में पाया गया कि भारत में 78 प्रतिशत कर्मचारी किसी न किसी प्रकार की नौकरी से थकावट का अनुभव करते हैं। यह थकावट शारीरिक और मानसिक दोनों रूप में होती है।
अध्ययन में कहा गया है कि वास्तव में भारत के 64 प्रतिशत कर्मचारी काम में कटौती होने पर अपने वेतन में कटौती लेने को तैयार रहेंगे।
भाषा अनुराग अजय
अजय
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