मुंबई, 28 जुलाई (भाषा) देश हाजिर सोना एक्सचेंज के गठन की ओर बढ़ रहा है। ऐसे में भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के पूर्णकालिक सदस्य जी महालिंगम ने सुझाव दिया है कि भविष्य में बहुमूल्य धातु का समूचा आयात एक्सचेंज पारिस्थितिकी तंत्र के जरिये होना चाहिए।
फिक्की के एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए महालिंगम ने कहा कि इससे सोने का मौद्रिकरण इस धातु के देश में प्रवेश के साथ स्रोत वाले स्थान पर हो सकेगा।
हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि सेबी ने जो परिपत्र जारी किया है, उनमें यह मुद्दा शामिल नहीं है।
सरकार ने वित्त वर्ष 2018-19 के बजट में विनिमयन वाले स्वर्ण एक्सचेंज के विचार को आगे बढ़ाया था। उसके बाद फरवरी, 2021 में पेश बजट में सेबी को इसके लिए नियामक घोषित किया गया था।
नियामक ने एक्सचेंज के व्यापक तौर-तरीकों पर परिचर्चा पत्र जारी किया था।
महालिंगम ने कहा, ‘‘क्या हम ऐसी प्रणाली की ओर जा सकते है, जिसमें सोने का समूचा आयात इलेक्ट्रॉनिक गोल्ड रिसीट (ईजीआर) के जरिये किया जा सके।’’
उन्होंने कहा कि यह एक व्यावहारिक प्रश्न है। तुर्की और चीन जैसे देशों में पहले से ऐसी व्यवस्था है।
भाषा अजय अजय मनोहर
मनोहर
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बीपी ने कार्तिकेय दुबे को भारत प्रमुख नियुक्त किया
11 hours agoएयर इंडिया ने तेल अवीव के लिए उड़ानों का निलंबन…
11 hours ago