फिक्स डिपॉजिट करने वालों को झटका! रेपो रेट में कटौती के बाद कम होंगी ब्याज दरें?

फिक्स डिपॉजिट करने वालों को झटका! रेपो रेट में कटौती के बाद कम होंगी ब्याज दरें?

फिक्स डिपॉजिट करने वालों को झटका! रेपो रेट में कटौती के बाद कम होंगी ब्याज दरें?
Modified Date: November 29, 2022 / 08:51 pm IST
Published Date: March 28, 2020 11:58 am IST

नईदिल्ली। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने शुक्रवार को अर्थव्यवस्था में नकदी की कमी को दूर करने के लिए कई उपायों की घोषणा की। रिजर्व बैंक ने रेपो रेट में 75 बेसिस पॉइंट और रिवर्स रेपो रेट में 90 बेसिस पॉइंट की कमी कर दी है। अब रेपो रेट 4.4 पर्सेंट हो गया है और रिवर्स रेपो रेट 4 पर्सेंट। इस रेट कट से लोनधारकों की ईएमआई कम हो जाएगी, लेकिन अपनी बचत की रकम को फिक्स डिपॉजिट (एफडी) करने जा रहे लोगों के लिए यह झटका है।

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फिक्स डिपॉजिट में निवेश करने वालों विशेषकर वरिष्ठ नागरिकों को झटका लगेगा जो ब्याज से कमाई पर निर्भर हैं। रिजर्व बैंक ने दिसंबर 2019 से नीतिगत दरों में कमी नहीं की थी। इसके बावजूद देश का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया फरवरी और मार्च में एफडी रेट में कटौती कर चुका है। स्टेट बैंक में एफडी पर ब्याज दर 6 पर्सेंट से कम हो चुका है, जो अगस्त 2004 के बाद न्यूनतम है।

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रेपो रेट में कमी के बाद आने वाले दिनों में बैंक फिक्स डिपॉजिट पर ब्याज में कटौती कर सकते हैं। एफडी पर ब्याज में कमी का मतलब है कि नए जमाकर्ताओं को ब्याज से कमाई कम होगी। हालांकि, जो लोग ऊंची दर पर फिक्स या टर्म डिपॉजिट कर चुके हैं, उन्हें मैच्योरिटी तक उसी दर पर ब्याज मिलता रहेगा।

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एफडी पर कम ब्याज का मतलब यह नहीं है कि आप बचत ना करें। अधिक ब्याज के लिए आप कुछ दूसरे निवेश विकल्पों का रुख कर सकते हैं। नैशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC), किसान विकास पत्र, पोस्ट ऑफिस टर्म डिपॉजिट जैसे कई विकल्प मौजूद हैं जिनपर आपको कई बड़े बैंकों के एफडी से अधिक ब्याज मिलता है।


लेखक के बारे में

डॉ.अनिल शुक्ला, 2019 से CG-MP के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल IBC24 के डिजिटल ​डिपार्टमेंट में Senior Associate Producer हैं। 2024 में महात्मा गांधी ग्रामोदय विश्वविद्यालय से Journalism and Mass Communication विषय में Ph.D अवॉर्ड हो चुके हैं। महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय वर्धा से M.Phil और कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय, रायपुर से M.sc (EM) में पोस्ट ग्रेजुएशन किया। जहां प्रावीण्य सूची में प्रथम आने के लिए तिब्बती धर्मगुरू दलाई लामा के हाथों गोल्ड मेडल प्राप्त किया। इन्होंने गुरूघासीदास विश्वविद्यालय बिलासपुर से हिंदी साहित्य में एम.ए किया। इनके अलावा PGDJMC और PGDRD एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स भी किया। डॉ.अनिल शुक्ला ने मीडिया एवं जनसंचार से संबंधित दर्जन भर से अधिक कार्यशाला, सेमीनार, मीडिया संगो​ष्ठी में सहभागिता की। इनके तमाम प्रतिष्ठित पत्र पत्रिकाओं में लेख और शोध पत्र प्रकाशित हैं। डॉ.अनिल शुक्ला को रिपोर्टर, एंकर और कंटेट राइटर के बतौर मीडिया के क्षेत्र में काम करने का 15 वर्ष से अधिक का अनुभव है। इस पर मेल आईडी पर संपर्क करें anilshuklamedia@gmail.com