सिंगापुर एक्सचेंज भारत के लौह अयस्क, इस्पात क्षेत्र में ग्राहक आधार बढ़ाने का प्रयास कर रहा |

सिंगापुर एक्सचेंज भारत के लौह अयस्क, इस्पात क्षेत्र में ग्राहक आधार बढ़ाने का प्रयास कर रहा

सिंगापुर एक्सचेंज भारत के लौह अयस्क, इस्पात क्षेत्र में ग्राहक आधार बढ़ाने का प्रयास कर रहा

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:40 PM IST, Published Date : May 13, 2022/11:44 am IST

सिंगापुर, 13 मई (भाषा) सिंगापुर एक्सचेंज (एसजीएक्स ग्रुप) ने शुक्रवार को कहा कि भारत उसके लिए एक अहम बाजार है और वह यहां लौह अयस्क तथा इस्पात क्षेत्र के शेयरधारकों के बीच अपने ग्राहक आधार का विस्तार करने के लिए काम कर रहा है।

एसजीएक्स ने कहा कि लौह अयस्क तथा इस्पात क्षेत्र में मांग में मजबूत वृद्धि होना तय है क्योंकि भारत सरकार की पहलों के तहत अवसंरचना परियोजनाओं के लिए यहां बड़ी संभावनाएं हैं।

एसजीएक्स समूह में जिंसों के प्रमुख विल चिन ने कहा, ‘‘भावी अवसंरचना परियोजनाओं के मद्देनजर भारत हमारे लिए महत्वपूर्ण बाजार है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारे लिए यह महत्वपूर्ण ग्राहक आधार है, हम उद्योग के हितधारकों के साथ मिलकर काम करना चाहते हैं विशेषकर लौह अयस्क व्यापार में जोखिम प्रबंधन के क्षेत्र के लोगों के साथ।’’

चिन ने कहा, ‘‘भारत कच्चे इस्पात का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है, 2021 में उसका उत्पादन 11.8 करोड़ टन था, ऐसे में इस बाजार में उसकी भागीदारी की जरूरत बढ़ेगी और लौह अयस्क खपत में भी वृद्धि होगी।’’

उन्होंने बताया कि एसजीएक्स लौह अयस्क बाजार में भारतीय प्रतिभागियों का अच्छा प्रतिनिधित्व है। 2021 में भारतीय प्रतिभागियों का एसजीएक्स लौह अयस्क अनुबंध लगभग 2.1 करोड़ टन था जो आने वाले वर्षों में और बढ़ने का अनुमान है।

कारोबारी सूत्रों के मुताबिक भारत में इस्पात की खपत वित्त वर्ष 2030-31 तक बढ़कर 20 करोड़ टन से अधिक हो सकती है।

इस्पात मंत्रालय ने अपनी मसौदा नीति रिपोर्ट में कहा था कि भारत का लक्ष्य 2030-31 तक कच्चे तेल की उत्पाद क्षमता 30 करोड़ टन करने की है।

भाषा

मानसी

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