नयी दिल्ली, नौ मई (भाषा) वित्तीय सेवा विभाग के सचिव विवेक जोशी ने बृहस्पतिवार को ‘बैंकों में कृत्रिम मेधा की स्थिति’ पर एक कार्यशाला की अध्यक्षता की। इसका आयोजन विभाग की व्याख्यान श्रृंखला के तहत किया गया।
कार्याशाला में सार्वजनिक क्षेत्र के 12 बैंकों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ विभिन्न वित्तीय संस्थानों के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) तथा नैसकॉम के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। कार्यशाला ने प्रतिभागियों के लिए बैंकों में कृत्रिम मेधा (एआई) को लागू करने के लिए विभिन्न मामलों के अध्ययनों और रणनीतियों के बारे में जानने के लिए एक मंच के रूप में कार्य किया।
कार्यशाला में उद्योग विशेषज्ञों ने चर्चा की कि ग्राहक सेवा को बढ़ाने, कर्ज के संबंध में बेहतर निर्णय लेने, धोखाधड़ी और चूक का पता लगाने, जोखिम से निपटने के लिए शीघ्र कदम उठाने और कर्मचारी उत्पादकता तथा दक्षता को बढ़ावा देने के लिए एआई का उपयोग कैसे किया जा सकता है।
बयान के अनुसार, कार्यशाला में साइबर सुरक्षा, पारदर्शिता और अनुपालन के संदर्भ में एआई की उभरती चुनौतियों पर भी चर्चा की गयी।
भाषा रमण अजय
अजय
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