रायपुर: कांग्रेस के प्रवक्ता विकास तिवारी ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की सप्लाई और कालाबाजारी को लेकर एक फिर फिर से सवाल उठाते हुए खुलासा किया है। विकास तिवारी ने दावा किया है कि उन्होंने इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाली गैंग को पकड़ा है, जो 39 और 49 सौ रुपए MRP वाले इंजेक्शन को 15 हजार रुपए में बेच रहे हैं।
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कांग्रेस प्रवक्ता तिवारी ने यह भी कहा है कि उन्होंने कालाबाजारी करने वालों से इंजेक्शन के तीन वाइल जब्त किए हैं और तथ्यों के साथ रायपुर एसपी से इसकी शिकायत कर आगे कार्रवाई करने की मांग की है।
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प्रवक्ता विकास तिवारी ने सरकारी और निजी अस्पतालों के कर्मचारियों पर भी यह आरोप लगाया है कि मरीजों के परिजनों से मंगवाएं गए इंजेक्शन चोरी कर बेचे जा रहे हैं। कोविड वार्ड में परिजनों को आना प्रतिबंधित होता है और इसका ही फायदा अस्पताल के कर्मचारी और वार्ड बॉय जैसे लोग उठाते हैं।
विकास तिवारी ने बताया की उन्होने दवा की काला बाजारी करने वालों को पीड़ित की मौजूदगी में सरकारी अस्पताल में पकड़ा है। पुलिस की कार्रवाई के बाद इसका बड़ा रैकेट फूटने की आशंका है।