ई-टेंडरिंग घोटाले में EOW को बड़ी कामयाबी, आईपी नंबर सहित पूरा डाटा रिकवर, चिप्स अधिकारियों की बढ़ेगी मुश्किलें
ई-टेंडरिंग घोटाले में EOW को बड़ी कामयाबी, आईपी नंबर सहित पूरा डाटा रिकवर, चिप्स अधिकारियों की बढ़ेगी मुश्किलें
रायपुर। छत्तीसगढ़ में हुए ई-टेंडरिंग घोटाले में आर्थिक अपराध शाखा यानि EOW को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। EOW ने फॉल्स ई-मेल और आईपी नंबर के साथ सभी डाटा को सफलतापूर्वक रिकवर कर लिया है। हालांकि अभी डाटा की जांच की जा रही है। छत्तीसगढ़ इन्फोटेक प्रमोशन सोसायटी (CHiPS) के अधिकारियों को नोटिस भेजने की तैयारी है। EOW अब चिप्स अधिकारियों से घोटाले के मामले में EOW पूछताछ करेगी। बिलासपुर, कांकेर समेत कई जिलों के अधिकारियों से पूछताछ की तैयारी EOW ने की है।
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बता दें कि छत्तीसगढ़ में सत्ता परिवर्तन के बाद बघेल सरकार ने ई-टेंडरिंग घोटाले की जांच के आदेश दिए थे। दरअसल कैग की रिपोर्ट में चिप्स के दफ्तर से हुए 4601 करोड़ के ई-टेंडरिंग घोटाले का खुलासा हुआ था। इसके बाद छत्तीसगढ़ की नवनिर्मित भूपेश सरकार ने इस मामले के जांच के आदेश दिए थे। बता दें कि ई-टेंडरिंग घोटाले की जांच करने सायबर एक्सपर्ट की मदद ली जा रही थी। राज्य सरकार ने दिल्ली और हैदराबाद से सायबर एक्सपर्ट को बुलाया गया था। अब तक इस घोटाले में 5 टेराबाइट डाटा जब्त किया गया था जिसकी जांच एक्सपर्ट्स कर रहे हैं।इस जांच में एक बड़ी सफलता ईओडब्लयू के हाथ लगी है। एक्सपर्टस ने अब टेंडर घोटाले में बाकी का डाटा भी हासिल कर लिया है।
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बता दें, कैग ने रमन सरकार के रहते ही विधानसभा सत्र में ई-टेंडरिंग में घोटाले की बात कही थी, कैग ने अपनी रिपोर्ट में इसका खुलासा किया था। कैग की रिपोर्ट में बताया गया था कि 4 हजार 601 करोड़ रुपये के टेंडर में गड़बड़ी की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक 17 विभागों के अधिकारियों द्वारा 4 हजार 601 करोड़ के टेंडर में 74 ऐसे कम्प्यूटर का इस्तेमाल निविदा अपलोड करने के लिए किया गया था, जिनका इस्तेमाल वापस उन्हीं टेंडरों को भरने के लिए भी किया गया।

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