नयी दिल्ली, चार अगस्त (भाषा) सरकार ने बुधवार को कहा कि वर्ष 1993 से सैप्टिक टैंक साफ करने के दौरान 941 सफाईकर्मियों की मौत हुई है किंतु हाथ से मैला ढोने के कारण किसी की मौत होने की कोई जानकारी नहीं है।
सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री वीरेंद्र कुमार ने एक प्रश्न के लिखित उत्तर में राज्यसभा को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि देश भर में हाथ से मैला ढोने वाले कुल 58,098 सफाईकर्मियों की पहचान की गयी है।
कुमार ने कहा, ‘‘हाथ से मैला ढोने के कारण किसी की मौत होने की कोई खबर नहीं है। यद्यपि सीवर या सैप्टिक टैंक की सफाई के दौरान कर्मियों की मौत होने की जानकारी हमारे पास है।’’
मंत्री द्वारा उपलब्ध कराये गये आंकड़ों के अनुसार सीवर या सैप्टिक टैंक की सफाई के दौरान 941 कर्मियों की मौत हुई। इनमें सबसे अधिक तमिलनाडु में 213 मौत, गुजरात में 163 मौत, उत्तर प्रदेश में 104 , दिल्ली में 98 , कर्नाटक में 84 और हरियाणा में 73 मौत हुईं।
एक अन्य प्रश्न के उत्तर में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास आठवले ने बताया कि वर्ष 1993 से 941 सफाई कर्मियों की मौत की जानकारी मिली है।
भाषा राजेश राजेश उमा
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