नयी दिल्ली, 16 नवंबर (भाषा) दिल्ली सरकार ने राजधानी में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए केंद्र की क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) में निर्धारित उपायों का सख्ती से कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए बृहस्पतिवार को छह सदस्यीय विशेष कार्यबल (एसटीएफ) का गठन किया। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने यह जानकारी दी।
दिल्ली के विशेष सचिव (पर्यावरण) एसटीएफ का नेतृत्व करेंगे और इसके सदस्यों में परिवहन, यातायात, राजस्व, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।
राय ने संवाददाताओं से कहा कि एसटीएफ प्रदूषण नियंत्रण उपायों को लागू करने में शामिल सभी विभागों के साथ समन्वय करेगी और रोजाना सरकार को एक रिपोर्ट सौंपेगी।
इससे पहले दिन में, गोपाल राय ने वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना में निर्धारित किए गए उपायों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए बृहस्पतिवार को विभिन्न विभागों के साथ बैठक की।
राय ने पहले वायु प्रदूषण नियंत्रण योजना के क्रियान्वयन में लापरवाही के लिए संबंधित विभागों पर नाराजगी जाहिर की थी और उनसे वायु प्रदूषण रोधी उपायों को लागू करने के लिए जिम्मेदार टीमों की निगरानी के वास्ते एक निगरानी तंत्र स्थापित करने का आग्रह किया था।
दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में पांच नवंबर को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के ‘अति गंभीर’ श्रेणी में पहुंचने के मद्देनजर राष्ट्रीय राजधानी में सार्वजनिक परियोजनाओं से संबंधित निर्माण कार्य और प्रदूषण फैलाने वाले ट्रक तथा चार पहिया वाणिज्यिक वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लागू कर दिया गया था।
शहर में क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआरएपी) के चौथे व अंतिम चरण के तहत ये प्रतिबंध लागू किए गए थे।
बृहस्पतिवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक अपराह्न तीन बजे 412 दर्ज किया गया। एक्यूआई बुधवार को 401, मंगलवार को 397, सोमवार को 358 और रविवार को 218 दर्ज किया गया था।
एक्यूआई शून्य से 50 के बीच ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 450 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है। एक्यूआई के 450 से ऊपर हो जाने पर इसे ‘अति गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है।
भाषा
शफीक माधव
माधव
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