बंगाल उपचुनाव: चार सीटों पर शाम पांच बजे तक लगभग 71 प्रतिशत मतदान |

बंगाल उपचुनाव: चार सीटों पर शाम पांच बजे तक लगभग 71 प्रतिशत मतदान

बंगाल उपचुनाव: चार सीटों पर शाम पांच बजे तक लगभग 71 प्रतिशत मतदान

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:55 PM IST, Published Date : October 30, 2021/8:56 pm IST

कोलकाता, 30 अक्टूबर (भाषा) पश्चिम बंगाल की चार विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए शनिवार शाम पांच बजे तक लगभग 71 प्रतिशत मतदान हुआ। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ था और कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर चारों सीटों पर शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया।

अधिकारी के मुताबिक शाम पांच बजे तक दिनहाटा में 69.97 प्रतिशत, शांतिपुर में 76.14 प्रतिशत, खरदाह में 63.90 प्रतिशत और गोसाबा में 75.91 प्रतिशत मतदान हुआ।

शाम 6.30 बजे तक अंतिम मतदान प्रतिशत रविवार को ही उपलब्ध होगा।

अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मतदान शांतिपूर्ण रहा और चारों क्षेत्रों में कहीं भी कोई समस्या नहीं हुई।’’

हालांकि, खरदाह में एक बूथ के बाहर तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) समर्थकों के बीच हाथापाई की सूचना मिली, जहां भाजपा के उम्मीदवार जॉय साहा ने एक ‘‘फर्जी मतदाता’’ को पकड़ लिया और उसे पुलिस को सौंप दिया।

साहा ने दावा किया, ‘‘वह व्यक्ति बांग्लादेशी घुसपैठिया है। वह यहां तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में वोट डालने आया था।’’

तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार और राज्य के मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने आरोपों को निराधार बताया। खरदाह में बूथ के बाहर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए सुरक्षाकर्मियों को लाठीचार्ज करना पड़ा।

तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों के अनुसार दिवंगत विधायक काजल सिन्हा का बेटा अर्जोदीप हाथापाई में घायल हो गया और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।

सत्ताधारी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने साहा की कार का घेराव किया और जीटी रोड पर कुछ देर धरना दिया।

काजल सिन्हा की कोविड-19 के कारण मृत्यु होने से खरदाह में उपचुनाव कराना पड़ा।

इस बीच तृणमूल कांग्रेस के सांसद सौगत रॉय ने दावा किया कि साहा के सुरक्षाकर्मियों ने अर्जोदीप पर हमला किया। रॉय ने कहा, ‘‘खरदाह के लोग काजल सिन्हा के बेटे की पिटाई के लिए भाजपा को मुंहतोड़ जवाब देंगे। जॉय साहा के सुरक्षाकर्मियों ने अर्जदीप पर हमला किया।’’

दिन के दौरान, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के वरिष्ठ नेता तन्मय भट्टाचार्य ने भी दावा किया था कि उनकी कार पर हमला किया गया था, जब वह खरदाह में एक पार्टी कार्यालय में प्रवेश करने वाले थे। उन्होंने तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ताओं पर हमले को अंजाम देने का आरोप लगाया। हालांकि इस आरोप का राज्य में सत्तारूढ़ दल ने खंडन किया है।

नदिया जिले के शांतिपुर और दक्षिण 24 परगना जिले के गोसाबा से भी प्रतिद्वंद्वी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं के बीच इसी तरह के विवाद की खबरें आई हैं।

नदिया जिले के शांतिपुर में भाजपा के जगन्नाथ सरकार ने अपनी लोकसभा सीट बरकरार रखने के लिए विधानसभा की सदस्यता छोड़ दी थी।

दक्षिण 24 परगना की गोसाबा सीट तृणमूल कांग्रेस के विधायक जयंत नस्कर के निधन के बाद खाली हुई थी।

कूचबिहार जिले के दिनहाटा निर्वाचन क्षेत्र में तृणमूल कांग्रेस उम्मीदवार उदयन गुहा ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निसिथ प्रमाणिक पर सशस्त्र गार्डों के साथ बूथ संख्या 232 में प्रवेश करने का आरोप लगाया। गुहा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘इस तरह की घटना ने इलाके में भय का माहौल पैदा कर दिया है। यह अस्वीकार्य है। हमने निर्वाचन आयोग से शिकायत की है।’’

प्रमाणिक अब केंद्रीय गृह राज्य मंत्री हैं, जिन्होंने पश्चिम बंगाल की विधानसभा में विपक्ष में बैठने के बजाय अपनी लोकसभा सदस्यता बनाए रखने का समर्थन किया था।

एक अधिकारी ने बताया कि चुनाव आयोग ने दिनहाटा में केंद्रीय सशस्त्र बलों की 27, शांतिपुर में 22, खरदा में 20 और गोसाबा में 23 कंपनियों को तैनात किया गया था।

भाषा

देवेंद्र माधव

माधव

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)