नयी दिल्ली, 24 जुलाई (भाषा) आने वाले दिनों में राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन (एनडीएचएम) की शुरुआत के मद्देनजर एकीकृत स्वास्थ्य इंटरफेस (यूएचआई) की प्रस्तावित डिजाइन, कार्यक्षेत्र एवं भूमिका का विवरण प्रदान करने के लिए एक परामर्श-पत्र जारी किया गया है और जनता से इसपर टिप्पणी मांगी गई है।
देश में एनडीएचएम की डिजाइन एवं शुरुआत के लिए जिम्मेदार राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) ने शनिवार को एक बयान में कहा कि जनता से टिप्पणियां इसलिए मांगी गईं ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यूएचआई सहयोगात्मक एवं परामर्शी प्रणाली से डिजाइन एवं विकसित किया जाए।
परामर्श पत्र में यूएचआई के प्रस्तावित डिजाइन, कार्यक्षेत्र एवं भूमिका का संक्षिप्त विवरण मुहैया कराया गया है। एनएचए ने कहा कि यूएचआई के माध्यम से, एनडीएचएम का लक्ष्य भारत में डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं को प्रदान करने के तरीके को बदलना है।
एनएचए ने कहा, “ऐसी कल्पना की गई है कि यूएचआई द्वारा बनाया जाने वाला मुक्त नेटवर्क रोगियों और स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं के लिए उस डिजिटल बुनियादी ढांचे के रूप में काम करेगा जो विभिन्न ऐप्लिकेशनों से डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं की खोज, बुकिंग, भुगतान और पूर्ति करने में मदद करेगा।”
इन सेवाओं में दूर से परामर्श लेना और दवाघरों एवं अस्पतालों का पता करने को आसान बनाना शामिल है। समय के साथ, यूएचआई पर उपलब्ध सेवाएं बाजार पारिस्थितिकी तंत्र के साथ विकसित होंगी। यूएचआई को यूपीआई (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) तंत्र के समान बनाया गया है जो डिजिटल भुगतान के लिए उभरी एक प्रणाली है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ डॉ. आर एस शर्मा ने परामर्श पत्र पर अपने विचार देते हुए कहा कि राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन स्वास्थ्य सेवा उद्योग के लिए डिजिटल सार्वजनिक सामान बनाने का प्रयास कर रहा है ताकि इसे और अधिक सुलभ, किफायती और कुशल बनाया जा सके।
भाषा
नेहा प्रशांत
प्रशांत
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