बेंगलुरु, 20 अप्रैल (भाषा) कांग्रेस की कर्नाटक इकाई ने शनिवार को निर्वाचन आयोग का रुख कर सिद्धरमैया नीत सरकार की ‘गारंटी’ योजनाओं पर प्रदेश भाजपा प्रमुख बी. वाई. विजयेंद्र के कथित बयान को लेकर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।
कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) को लिखे एक पत्र में कांग्रेस ने कहा कि मांड्या और चिक्कबल्लापुर में 17 अप्रैल को जनसभाओं को संबोधित करते हुए विजयेंद्र ने राज्य सरकार की पांच ‘गारंटी’ की आलोचना की थी।
इन पांच ‘गारंटी’ में गृह ज्योति, गृह लक्ष्मी, युवानिधि, शक्ति योजना और अन्नभाग्य योजनाएं शामिल हैं।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पत्र में आरोप लगाया, ‘‘उन्होंने अपने बयान में दलील दी कि इन पांच गारंटी के चलते राज्य सरकार दिवालिया हो गई। यदि मतदाताओं ने कर्नाटक में भाजपा उम्मीदवारों को वोट नहीं दिया तो पार्टी (भाजपा) संसदीय चुनाव के बाद पांच गारंटी को रोक देगी। उन्होंने अपने बयान में संकेत दिया कि लोकसभा चुनाव के बाद कर्नाटक में भाजपा सत्ता में आएगी।’’
पत्र में यह भी दावा किया गया है कि विजयेंद्र ने कर्नाटक के मतदाताओं, विशेष रूप से मांड्या और चिक्कबल्लापुर के लोगों को धमकी भी दी।
इसमें दावा किया गया है, ‘‘बी वाई वियजेंद्र का बयान आदर्श आचार संहिता, जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 और भारतीय दंड संहिता के प्रावधानों का उल्लंघन है।’’
प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने निर्वाचन आयोग से विजयेंद्र के बयान का संज्ञान लेने और संबद्ध अधिकारियों को प्रदेश भाजपा प्रमुख के खिलाफ एक आपराधिक मामला दर्ज कराने तथा अभियोजित करने का निर्देश देने का अनुरोध किया।
भाषा सुभाष धीरज
धीरज
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)