देब अब भी मुख्यमंत्री की सुविधाओं का भोग कर रहे हैं, त्रिपुरा में समानांतर सरकार चलाने की कोशिश: कांग्रेस |

देब अब भी मुख्यमंत्री की सुविधाओं का भोग कर रहे हैं, त्रिपुरा में समानांतर सरकार चलाने की कोशिश: कांग्रेस

देब अब भी मुख्यमंत्री की सुविधाओं का भोग कर रहे हैं, त्रिपुरा में समानांतर सरकार चलाने की कोशिश: कांग्रेस

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:31 PM IST, Published Date : May 20, 2022/9:54 pm IST

अगरतला, 20 मई (भाषा) त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लव कुमार देव पर राज्य में ‘समानांतर सरकार’ चलाने का प्रयास करने का आरोप लगाते हुए विपक्षी दल कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि लोगों को पद से हट जाने के उनके फैसले का असल कारण पता चलना चाहिए ‘‘क्योंकि सत्तारूढ़ भाजपा द्वारा बतायी गयी वजह बमुश्किल भरोसेलायक है।’’

भाजपा ने तुरंत पलटवार करते हुए कहा कि सबसे पुरानी यह पार्टी ‘कुंठित होकर बेबुनियाद आरोप लगा रही है।’’

कांग्रेस नेता एवं राज्य के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सुदीप राय बर्मन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘ लोग भ्रम में हैं कि कौन असली मुख्यमंत्री हैं : माणिक साहा या बिप्लव कुमार देब। जिस तरह देब 10-12 वाहनों के काफिले के साथ और हेलीकॉप्टर में चल रहे हैं, वह वाकई बहुत भ्रम फैलाने वाला है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘ वह (देब) अब भी मुख्यमंत्री आवास पर कब्जा किये हुए हैं और उन सभी शक्तियों एवं सुविधाओं का इस्तेमाल कर रहे हैं जो इस पद के अंतर्गत मिलती हैं।’’

बर्मन ने कहा कि जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधीक्षकों को हवाई अड्डों एवं हेलीपैड पर देब की अगवानी करने के लिए ‘बाध्य किया जा रहा है’, जबकि नियम (प्रोटोकॉल) इसकी इजाजत नहीं देते।

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ देब उस सुरक्षा व्यवस्था के हकदार नहीं हैं, जो उन्हें मुख्यमंत्री रहने के दौरान प्राप्त था। मैं पुलिस महानिदेशक से उसकी सुरक्षा तत्काल वापस लेने का अनुरोध करता हूं क्योंकि वह अब महज एक विधायक हैं।’’

फरवरी में भाजपा छोड़कर कांग्रेस में आये बर्मन ने भाजपा से देब के आकस्मिक इस्तीफे की वजह पूछी। उन्होंने कहा, ‘‘ हमें पता चला कि बिप्लब कुमार देब से मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने को कहा गया। उन्हें 14 मई को राजभवन जाकर इस्तीफा देने के लिए कहा गया। ’’

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘ देब द्वारा बताया गया स्पष्टीकरण भरोसे लायक नहीं है। सेपाहिजाला जिले में एक कार्यक्रम में देब ने कहा था कि उन्होंने संगठन को मजबूत करने के लिए इस्तीफा दिया। जो व्यक्ति (माणिक साहा) पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर विफल रहा, उसे ही त्रिपुरा का प्रशासनिक प्रमुख बनादिया गया। लोग इस परिवर्तन के पीछे की वजह जानना चाहते हैं। ’’

उन्होंने कहा कि देब के कार्यकाल में हुई सभी अवैध गतिविधियों की शीघ्र जांच करायी जाएगी।

बर्मन पर पलटवार करते हुए प्रदेश भाजपा के प्रमुख पव्रक्ता सुब्रत चक्रवर्ती ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को सुरक्षा के बारे में गृह मंत्रालय फैसला करता है और किसी को भी ऐसे मामलों में दखल नहीं देना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘ गृहमंत्रालय ने खतरा का मूल्यांकन करने के बाद देब को तब वाई प्लस श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की थी जब वह 2016 में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बने थे। इसलिए यह गृह मंत्रालय ही है जो यह तय करेगा कि आगे क्या किया जाएगा, न कि कोई। ’’

उन्होंने कहा कि कांग्रेस ‘कुंठा एवं बदहवासी’ में देब पर अंगुलियां उठा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘ भाजपा में ‘समानांतर प्रशासन’ जैसे शब्दों की कोई जगह नहीं है। ’’

भाषा

राजकुमार उमा

उमा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers