मैंने ही सबसे पहले महापौर का इस्तीफा मांगा था: थरूर |

मैंने ही सबसे पहले महापौर का इस्तीफा मांगा था: थरूर

मैंने ही सबसे पहले महापौर का इस्तीफा मांगा था: थरूर

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:40 PM IST, Published Date : November 24, 2022/2:40 pm IST

तिरुवनंतपुरम, 24 नवंबर (भाषा) कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने तिरुवनंतपुरम की महापौर के खिलाफ जारी प्रदर्शन को अपना समर्थन देते हुए कहा कि कुछ लोग जानबूझकर मामले पर उनके रुख की अनदेखी कर रहे हैं।

तिरुवनंतपुरम नगर निगम की महापौर के खिलाफ यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) के प्रदर्शन का समर्थन नहीं करने के आरोप लगा रहे लोगों पर निशाना साधते हुए थरूर ने कहा कि उन्होंने ही सबसे पहले महापौर का इस्तीफा मांगा था।

तिरुवनंतपुरम की महापौर अपने उस कथित पत्र को लेकर विवादों में हैं, जिसमें उन्होंने नगर निकाय में अस्थायी पदों पर नियुक्ति के लिए माकपा कार्यकर्ताओं की ‘‘ सूची’’ मांगी थी।

तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर ने कहा कि वह महापौर के आचरण और कांग्रेस प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई को देखकर बेहद नाराज हैं।

नगर निगम कार्यालय के बाहर उन्होंने पत्रकारों से कहा कि जो लोग दावा कर रहे हैं कि वह विरोध का समर्थन नहीं कर रहे, शायद उन्होंने सात नवंबर को उनके द्वारा महापौर आर्य राजेंद्रन के इस्तीफे की मांग संबंधी खबरों को नहीं देखा या ‘‘ उन पर ध्यान दे नहीं रहे।’’

नगर निगम कार्यालय के बाहर महापौर के खिलाफ पिछले 19 दिन से कांग्रेस नीत यूडीएफ द्वारा प्रदर्शन जारी है।

थरूर ने कहा, ‘‘ मैंने ही सबसे पहले उनका इस्तीफा मांगा था। वे शायद इस पर गौर नहीं कर रहे या खबरें नहीं देख रहे। मेरे द्वारा सात नवंबर को उनका इस्तीफा मांगे जाने की खबर लगभग हर जगह थी। मामले पर पार्टी को मेरा रुख पता है।’’

उन्होंने कहा, ‘‘ मैंने मामले को समझने और सोच-विचार करने के बाद उस पर अपना रुख अख्तियार किया। अपने काम और कई कर्तव्यों के चलते मुझे यहां आने का समय नहीं मिल रहा था, लेकिन समय मिलते ही मैं यहां आया और इस प्रदर्शन को अपने समर्थन की घोषणा की ।’’

राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष वी. डी. सतीशन ने थरूर के प्रदर्शन का समर्थन न करने को लेकर परोक्ष रूप से कुछ टिप्पणी की थी।

प्रदर्शन को अपना समर्थन देते हुए थरूर ने कहा, ‘‘ महापौर के आचरण और कांग्रेस प्रदर्शनकारियों के खिलाफ पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई देखकर मेरे दिमाग में एक ही शब्द आता है, वीभत्स।’’

थरूर ने कहा, ‘‘ वह सभी की महापौर हैं, जैसे में सभी का सांसद हूं। हालांकि पत्र से यह प्रतीत होता है कि वह संवैधानिक पद पर बने रहने के दौरान एक पार्टी की प्रतिनिधि के तौर पर काम कर रही हैं।’’

भाषा निहारिका नरेश मनीषा

मनीषा

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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