बरहमपुर (ओडिशा), 18 जून (भाषा) ओडिशा के गंजम जिले में मानसून की बारिश के साथ ही हरी-भरी पाकिड़ी पहाड़ियों के मनोरम दृश्यों के साथ ही मोरों की आबादी में वृद्धि हुई है । इस खूबसूरत इलाके में गांवों और राजमार्गों पर मोरों के झुंड के झुंड उतरते देखे जा सकते हैं। पिछले कुछ वर्षों में राष्ट्रीय पक्षी की आबादी में वृद्धि हुई है। लॉकडाउन के कारण मानवीय गतिविधियां सीमित होने तथा ग्रामीणों की ओर से मोरों के संरक्षण के लिए किए जा रहे प्रयासों के कारण ऐसा संभव हो पाया है। लोगों का मानना है कि मोरों के आने से भाग्य का उदय होता है। घुमुसर दक्षिण संभागीय वन अधिकारी (डीएफओ) सत्य नारायण बेहुरा ने बताया कि इलाके में पिछले कुछ वर्षों के दौरान मोरों की संख्या में कई गुणा वृद्धि हुई है और यह करीब दो हजार हो गयी है।
बेहुरा ने कहा कि स्थानीय लोगों के सहयोग के कारण ही ऐसा संभव हो पाया है। अस्का वन क्षेत्र के अधिकारी पी के साहू ने बताया कि पाकिड़ी पहाड़ी के आस-पास के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोग पक्षियों की रक्षा में मदद करते हैं, भले ही वे अक्सर उनकी खड़ी फसलों को खाते हैं। लोगों का मानना है कि मोर के आने से भाग्य का उदय होता है।
शोभाचंद्रपुर, अंबुआबादी, केरीकेरिझोला, भरतपल्ली, चेरामरिया, समीगुडा और करनोली के ग्रामीणों ने मोरों के संरक्षण में अहम भूमिका निभाई है, इन लोगों ने मोर और मानव के सह-अस्तित्व के विचार को समझा है।
भाषा
रवि कांत नरेश
नरेश
(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सत्ता में आने पर शाह बानो मामले की तरह कांग्रेस…
37 mins ago