भारत, फिनलैंड ने महत्वाकांक्षी डिजिटल साझेदारी की घोषणा की | India, Finland announce ambitious digital partnership

भारत, फिनलैंड ने महत्वाकांक्षी डिजिटल साझेदारी की घोषणा की

भारत, फिनलैंड ने महत्वाकांक्षी डिजिटल साझेदारी की घोषणा की

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:11 PM IST, Published Date : March 16, 2021/6:30 pm IST

नयी दिल्ली, 16 मार्च (भाषा) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को फिनलैंड की अपनी समकक्ष सना मरीन के साथ एक बैठक में एक महत्वाकांक्षी डिजिटल साझेदारी की घोषणा की जो ‘6जी’ मोबाइल प्रौद्योगिकी, क्वांटम कंप्यूटिंग और शिक्षण के डिजिटल कायापलट पर अनुसंधान एवं विकास को प्रोत्साहित करेगी।

दोनों प्रधानमंत्रियों ने डिजिटल माध्यम से हुई बैठक में द्विपक्षीय सहयोग के आवश्यक तत्व के रूप में ‘हरित वृद्धि’ का जिक्र करते हुए नवीकरणीय एवं स्वच्छ ऊर्जा, सर्कुलर इकोनॉमी और सतत गतिशीलता को शामिल करते हुए संवहनीयता वाली साझेदारी की घोषणा की।

‘सर्कुलर इकोनॉमी’ उत्पादन एवं उपभोग की एक ऐसी व्यवस्था है जिसके तहत मौजूदा सामग्री एवं उत्पादों का यथासंभव लंबे समय तक पुनर्चक्रण किया जाता है। इस तरह से उत्पादों का जीवनकाल बढ़ जाता है।

दोनों नेताओं ने एक संयुक्त बयान में इस बात का जिक्र किया कि भारत-फिनलैंड गहन साझेदारी के लिए डिजिटल क्षेत्र सबसे महत्वपूर्ण क्षेत्र है और इसलिए क्वांटम प्रौद्योगिकी एवं कंप्यूटिंग पर जोर देते हुए सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आईसीटी) पर बल दिया जाएगा।

अन्य प्रमुख क्षेत्रों में भविष्य की मोबाइल प्रौद्योगिकी, खासतौर पर 6जी अनुसंधान एवं विकास पर तथा शिक्षण एवं सीखने (लर्निंग) के डिजिटल रूपांतरण होंगे।

बयान में कहा गया, ‘‘इन प्रमुख क्षेत्रों में आवश्यक चीजें कृत्रिम बुद्धिमत्ता के उपयोग, साइबर सुरक्षा और ब्लॉकेचन प्रौद्योगिकी हैं। ’’

दोनों पक्षों ने दोनों देशों के शिक्षा मंत्रालयों के बीच शिक्षा के क्षेत्र में उच्चस्तरीय वार्ता की भी घोषणा की।

संयुक्त बयान में कहा गया है कि बैठक में दोनों देशों ने अफ्रीका के बढ़ते महत्व का जिक्र किया और अफ्रीका में तथा उसके साथ सहयोग बढ़ाने की अपनी राष्ट्रीय कोशिशों का हवाला दिया।

दोनों नेताओं ने कोविड-19 महामारी पर विचारों का आदान-प्रदान किया और कोविड-19 टीके के उत्पादन को बढ़ाने तथा सभी देशों तक उसके समतापूर्ण पहुंच को बढ़ावा देने पर जोर दिया।

मोदी ने अपनी शुरूआती टिप्पणी में कहा कि भारत ने कोरोना वायरस महामारी के दौरान अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ विश्व की जरूरतों का भी ध्यान रखा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत निर्मित कोविड-19 के टीके की 5.8 करोड़ से अधिक खुराक हाल के हफ्तों में करीब 70 देशों में पहुंचीं।

उन्होंने यह भी कहा कि भारत और फिनलैंड नियम आधारित, पारदर्शी, मानवीय तथा लोकतांत्रिक वैश्विक व्यवस्था में यकीन रखते हैं तथा दोनों देशों के बीच प्रौद्योगिकी,नवोन्मेष, स्वच्छ ऊर्जा, पर्यावरण, शिक्षा जैसे क्षेत्रों में मजबूत सहयोग रहा है।

मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मरीन के साथ सार्थक वर्चुअल बैठक हुई। हमने कई मुद्दों पर बातचीत की और भारत-फिनलैंड साझेदारी को और गहरा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। मैंने फिनलैंड को सतत विकास की हमारी यात्रा में भागीदारी का न्योता दिया है।’’

संयुक्त बयान में कहा गया कि दोनों देश फिनलैंड के 10 विश्वविद्यालयों के समूह और भारत के 23 आईआईटी के बीच उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग के लिए नवीनीकृत सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करने की उम्मीद करते हैं।

विदेश मंत्रालय में मध्य यूरोप मामलों की संयुक्त सचिव नीता भूषण ने कहा कि म्यांमा के हालिया घटनाक्रम से जुड़े विषय भी वार्ता में उठे और दोनों प्रधानमंत्रियों ने उनपर चिंता जताते हुए कहा कि कानून का शासन अवश्य कायम रहना चाहिए।

उन्होंने कहा, ‘‘म्यांमा के साथ भूमि एवं समुद्री सीमा साक्षा करने वाला देश होने के नाते वहां शांति एवं स्थिरता में हमारा सर्वाधिक दांव लगा हुआ है। म्यांमा के साथ पारंपरिक रूप से लोगों के स्तर पर हमारा मजबूत सांस्कृतिक संबंध रहा है और वहां के लोगों की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। ’’

भूषण ने कहा कि फिनलैंड की कुछ कंपनियां असम में नुमालीगढ़ रिफाइनरी परिसर में बायो रिफाइनरी स्थापित करने की दिशा में काम कर रही हैं।

एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि दोनों देशों 5जी मोबाइल प्रौद्योगिकी में सहयोग पर भी चर्चा की।

उन्होंने कहा, ‘‘नोकिया 5जी एप्लीकेशन के विस्तार के लिए ग्रामीण क्षेत्र में काम कर रही है। विप्रो और टेक महिंद्रा 5जी के विस्तार एवं 6 जी प्रौद्योगिकी के विकास में और अधिक सहयोग करने को लेकर फिनिश कंपनियों एवं संस्थानों के साथ काम कर रही हैं। ’’

बयान में कहा गया कि दोनों नेताओं ने मई 2021 में पुर्तगाल में भारत-ईयू27 लीडर्स बैठक का स्वागत किया।

भाषा

सुभाष नेत्रपाल

नेत्रपाल

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)