कुवैत में भारत दूतावास ने ‘भारत विरोधी’ पोस्ट को रीट्वीट करने को लेकर शशि थरूर पर सवाल खड़ा किया |

कुवैत में भारत दूतावास ने ‘भारत विरोधी’ पोस्ट को रीट्वीट करने को लेकर शशि थरूर पर सवाल खड़ा किया

कुवैत में भारत दूतावास ने ‘भारत विरोधी’ पोस्ट को रीट्वीट करने को लेकर शशि थरूर पर सवाल खड़ा किया

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:02 PM IST, Published Date : February 18, 2022/11:32 pm IST

नयी दिल्ली, 18 फरवरी (भाषा) कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने ‘भारत विरोधी ट्वीट’ को रीट्वीट करने को लेकर शुक्रवार को कांग्रेस सांसद शशि थरूर की आलोचना की। दूतावास ने उक्त ट्वीट को एक ‘पाकिस्तानी एजेंट’ का ट्वीट बताया और कहा कि इस तरह के भारत विरोधी तत्वों को प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए।

भारतीय दूतावास की कड़ी प्रतिक्रिया थरूर के उस ट्वीट को रीट्वीट करने पर आई जिसमें दावा किया गया था कि कुछ ‘शक्तिशाली’ कुवैती सांसदों के एक समूह ने कुवैत की सरकार से भारत की सत्तारूढ़ भाजपा के किसी भी सदस्य के कुवैत में प्रवेश पर तत्काल रोक लगाने की मांग की है।

ट्वीट में आगे कहा गया है, ‘‘सांसदों ने कहा कि हम चुपचाप बैठकर मुस्लिम लड़कियों पर होते अत्याचार को नहीं देख सकते हैं। ये उम्मा के एकजुट होने का समय है।’’

थरूर ने इस ट्वीट का हवाला देते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘‘ घरेलू घटनाओं के अंतरराष्ट्रीय प्रभाव होते हैं। मैंने खाड़ी के अपने दोस्तों से भारत में ‘इस्लामोफोबिया’ के बढ़ने को लेकर निराशा और इसकी निंदा करने के लिए प्रधानमंत्री की अनिच्छा के बारे में सुना है।’’

इसको लेकर थरूर पर निशाना साधते हुए कुवैत स्थित भारतीय दूतावास ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा, ‘‘ यह देखकर दुख हुआ कि भारतीय संसद के एक माननीय सदस्य पाकिस्तानी एजेंट के भारत-विरोधी ट्वीट को रीट्वीट कर रहे हैं, जिसे उसकी भारत विरोधी गतिविधियों के लिए पाकिस्तान का ‘शांति का दूत’ पुरस्कार मिला था। इस तरह के भारत विरोधी तत्वों को प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए।’’

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने भारतीय दूतावास के इस ट्वीट को रीट्वीट किया ।

इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए थरूर ने कहा कि वे ऐसे किसी व्यक्ति का समर्थन नहीं करते जिसके बारे में उन्होंने कभी नहीं सुना हों लेकिन वह ऐसी भावना को लेकर चिंतित हैं ‘‘जिसे भारत में कई मित्र साझा करते हैं।’’

उन्होंने कहा कि कुवैत में भारतीय दूतावास के विचार को स्वीकार करते हुए वह भारत सरकार से आग्रह करते हैं कि ऐसे भारत विरोधी तत्वों को कोई मौका नहीं दें।

भाषा दीपक

दीपक अमित

अमित

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)