भारतीय शोधकर्ताओं ने दक्षिण कोरिया में वैश्विक खगोल विज्ञान सम्मेलन में पुरस्कार जीते |

भारतीय शोधकर्ताओं ने दक्षिण कोरिया में वैश्विक खगोल विज्ञान सम्मेलन में पुरस्कार जीते

भारतीय शोधकर्ताओं ने दक्षिण कोरिया में वैश्विक खगोल विज्ञान सम्मेलन में पुरस्कार जीते

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:04 PM IST, Published Date : August 11, 2022/1:06 am IST

नयी दिल्ली, 10 अगस्त (भाषा) दक्षिण कोरिया के बुसान में अंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ महासभा में भारतीय खगोलविदों ने सूर्य के विभिन्न पहलुओं पर अपने अध्ययन के लिए पुरस्कार जीते।

कोलकाता में भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान (आईआईएसईआर) में ‘सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन स्पेस साइंस इंडिया’ की प्रान्तिका भौमिक ने नए कम्प्यूटेशनल तरीकों पर आधारित सूर्य की भविष्य की गतिविधि संबंधी शोध के लिए अंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ का पीएचडी एट लार्ज पुरस्कार जीता।

कुमाऊं विश्वविद्यालय और आर्यभट्ट अनुसंधान संस्थान प्रेक्षण विज्ञान (एआरआईईएस), नैनीताल की रीतिका जोशी को सूर्य के वातावरण में प्लाज्मा जेट का अवलोकन करने संबंधी शोध के लिए पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

बेंगलुरु स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) के गोपाल हजरा ने सौर सनस्पॉट चक्र के तीन आयामी कम्प्यूटेशनल मॉडल के विकास पर अपने काम के लिए सर्वश्रेष्ठ पीएचडी थीसिस पुरस्कार जीता।

इनके अलावा यूनिवर्सिटी ऑफ ओसलो से पीएचडी करने वाले साौविक बोस को भी उनके शोधकार्य के लिए पुरस्कृत किया गया। भाषा रवि कांत सिम्मी

सिम्मी

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

Flowers