भारत में परिचालन मेट्रो नेटवर्क 2022 तक तेजी से बढ़कर 900 किलोमीटर से अधिक हो जाएगा: पुरी |

भारत में परिचालन मेट्रो नेटवर्क 2022 तक तेजी से बढ़कर 900 किलोमीटर से अधिक हो जाएगा: पुरी

भारत में परिचालन मेट्रो नेटवर्क 2022 तक तेजी से बढ़कर 900 किलोमीटर से अधिक हो जाएगा: पुरी

:   Modified Date:  November 29, 2022 / 09:01 PM IST, Published Date : September 18, 2021/7:09 pm IST

नयी दिल्ली, 18 सितंबर (भाषा) केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शनिवार को कहा कि देश के विभिन्न शहरों में इस समय लगभग 740 किलोमीटर की मेट्रो लाइन चालू है और नेटवर्क को 2022 तक लगभग 900 किलोमीटर तक बढ़ा दिया जाएगा।

दिल्ली मेट्रो की ग्रे लाइन के नजफगढ़-ढांसा बस स्टैंड खंड का शनिवार को उद्धाटन किया गया। इसके बाद मेट्रो की नजफगढ़ के और अंदरूनी इलाकों तक पहुंच गई है। इस मौके पर पुरी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कहा, ‘‘हम एक अहम पड़ाव पार करने जा रहे हैं। भारत के विभिन्न शहरों में लगभग 740 किलोमीटर या उससे अधिक मेट्रो लाइनें चालू हैं, और नेटवर्क का विस्तार ‘लगातार होने वाला है’, और हमने पूरे देश में विभिन्न चरणों की योजना बनाई है। यह (मेट्रो नेटवर्क) 900 किलोमीटर से अधिक हो जाएगा, मुझे लगता है कि 2022 तक ऐसा हो जायेगा।’’ उन्होंने कहा कि 900 किलोमीटर परिचालित मेट्रो नेटवर्क अपने आप में एक उपलब्धि होगी।

उन्होंने कहा कि इसके अलावा, देश के अलग-अलग शहरों में एक हजार किलोमीटर की मेट्रो लाइन निर्माणाधीन है और आने वाले वर्षों में इसका विस्तार दो हजार किलोमीटर तक किया जाएगा।

पुरी ने कोविड-19 महामारी के बावजूद अपनी विभिन्न उपलब्धियों के लिए दिल्ली मेट्रो की सराहना की, और डीएमआरसी से उम्मीद जताई की कि इसके प्रमुख मंगू सिंह के नेतृत्व में, इसकी सवारियों की संख्या को “एक दिन में 65 लाख तक वापस लाया जा सकता है’’ जैसा कि कोविड महामारी से पहले था।

दिल्ली मेट्रो की ग्रे लाइन का विस्तार होने के बाद मेट्रो नजफगढ़ के और अंदरूनी इलाकों तक पहुंच गई है। डीएमआरसी का दायरा अब 286 स्टेशनों (नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो कॉरिडोर और रैपिड मेट्रो, गुड़गांव सहित) के साथ बढ़कर लगभग 392 किलोमीटर हो गया है।

पुरी ने कहा कि दिल्ली दुनिया के सबसे खूबसूरत शहरों में से भी एक बनेगी। पुरी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ गलियारे का उद्घाटन किया और उनकी सरकार के सहयोग के लिए उन्हें धन्यवाद दिया, और उनसे डीएमआरसी नेटवर्क के शेष गलियारों के लिए अपना सहयोग जारी रखने का भी आग्रह किया।

मुकुंदपुर-मौजपुर, आर के आश्रम-जनकपुरी पश्चिम और एरोसिटी-तुगलकाबाद कॉरिडोर को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मार्च 2019 में मंजूरी दी थी। चरण- चार के अन्य तीन प्रस्तावित कॉरिडोर, जिन्हें अभी तक सरकार द्वारा अनुमोदित नहीं किया गया है, वे हैं रिठाला-बवाना-नरेला, इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ और लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक।

पुरी ने कहा, ‘‘अरविंद जी, आप अक्सर दिल्ली को एक विश्वस्तरीय शहर बनाने के संदर्भ में लंदन और पेरिस के बारे में बात करते हैं। मैं लंदन और न्यूयॉर्क में रहा हूं। और, दिल्ली में एक क्षमता है और हमारे पास मौजूद अन्य योजनाओं के माध्यम से हम वास्तव में इसे आगे बढ़ा सकते हैं।’’

केंद्रीय मंत्री ने शहरी परिवहन के महत्व पर जोर दिया, लेकिन यह भी रेखांकित किया कि देश के बहुत से क्षेत्रों में ‘‘स्वायत्त शहरीकरण’’ हुआ है। उन्होंने कहा, ‘‘कुशल शहरी परिवहन प्रणाली लोगों के लिए संपत्ति खरीदना या दूरी पर निवास करना और आवागमन को संभव बनाती है, भूमि मूल्यांकन और शहरी नियोजन को प्रभावित करती है, और शहरी नीतियों को लाभ पहुंचाती है।’’

भारत में जापान के राजदूत, सतोशी सुजुकी, जो दूतावास से वीडियो लिंक पर शामिल हुए, ने कहा कि दिल्ली मेट्रो दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय सहयोग का एक ‘‘शानदार उदाहरण’’ है।

भाषा

देवेंद्र पवनेश

पवनेश

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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