झारखंड: देवघर में श्रावणी मेले का उद्घाटन |

झारखंड: देवघर में श्रावणी मेले का उद्घाटन

झारखंड: देवघर में श्रावणी मेले का उद्घाटन

:   Modified Date:  July 3, 2023 / 08:04 PM IST, Published Date : July 3, 2023/8:04 pm IST

देवघर (झारखंड), तीन जुलाई (भाषा) झारखंड के देवघर जिले में देश के पूर्वी क्षेत्र के सबसे बड़े धार्मिक समागमों में से एक श्रावणी मेले का सोमवार को उद्घाटन हुआ।

राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने बिहार से सटे दुम्मा में कांवड़ियापथ पर मेले का उद्घाटन किया।

शक कैलेंडर के अनुसार, अमूमन मेले का आयोजन श्रावण के महीने में एक महीने के लिए होता है, लेकिन इस वर्ष मेले का आयोजन लगातार दो महीनों यानी तीन जुलाई से 31 अगस्त तक होगा।

देवघर के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री ने कहा,” 19 वर्षों के बाद, ऐसा पहली बार होगा, जब श्रावणी मेले के दौरान आठ सोमवार होंगे।”

श्रावण महीने में देश के विभिन्न हिस्सों समेत विदेश से लोग बाबा बैद्यनाथ धाम मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए देवघर आते हैं।

बिहार के सुल्तानगंज में पवित्र डुबकी लगाने के बाद कांवड़िए देवघर के लिए पैदल 105 किलोमीटर की यात्रा प्रारंभ करते हैं।

उद्घाटन समारोह में पत्रलेख ने कहा,” देवघर, कांवड़ियों के स्वागत के लिए तैयार है, जो ‘बोल बम’ का नारा लगाते हुए पैदल आ कर शिवलिंग पर जल चढ़ाते हैं।”

उन्होंने कहा,”इस वर्ष, श्रद्धालुओं की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी होने का अनुमान है। सरकार और देवघर प्रशासन ने यात्रियों के लिए उचित व्यवस्था की है।”

पत्रलेख ने बताया कि झारखंड सरकार लगातार मेले में व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही है।

मेले में हर वर्ष औसतन 35 लाख से अधिक श्रद्धालु आते हैं।

एक अधिकारी ने बताया कि दोनों राज्य बिहार और झारखंड आयोजन को सफल बनाने के लिए साथ मिलकर कार्य करते हैं।

देवघर प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन से लेकर श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था तक के लिए व्यापक तैयारी की है।

अधिकारी ने बताया कि श्रद्धालुओं के लिए पीने का पानी, शौचालय, बिजली, स्वच्छता और अन्य सुविधाओं का इंतजाम किया गया है।

उन्होंने कहा, ”राज्य सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत श्रावणी मेले में अति विशिष्ट व्यक्तियों के लिए कतार में ना लगकर दर्शन की सुविधा बंद रहेगी।”

मेले में भीड़ के प्रबंधन के लिए 27 पुलिस चौकी स्थापित की गई हैं।

उपायुक्त ने कहा कि सुरक्षा को बढ़ाने और असमाजिक तत्वों पर नजर रखने के लिए सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा।

भाषा

अभिषेक दिलीप

दिलीप

 

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