(तस्वीर सहित)
बेंगलुरु/ मंगलुरु, 22 सितंबर (भाषा) राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने कर्नाटकभर में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) तथा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई) के कार्यालयों तथा इसके पदाधिकारियों से जुड़े परिसर में बृहस्पतिवार सुबह छापे मारे और कुछ लोगों को हिरासत में लिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, छापे की कार्रवाई तड़के शुरू हुई और बेंगलुरु, दक्षिण कन्नड़ के जिला मुख्यालय मंगलुरु, उत्तर कन्नड़ के सिरसी और कलबुर्गी में दर्जनभर से अधिक स्थानों पर तलाशी ली गई।
कार्यालयों पर छापे के दौरान कई मुस्लिम युवक वहां पहुंच गए और उन्होंने ‘‘एनआईए वापस जाओ’’ के नारे लगाए।
इन लोगों ने छापे की कार्रवाई में भी बाधा डालने की कोशिश की। पुलिस ने इन लोगों को एहतियात के तौर पर हिरासत में ले लिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि एनआईए की टीम ने एसडीपीआई तथा पीएफआई के कुछ प्रमुख सदस्यों को हिरासत में ले लिया और दस्तावेज, साहित्य, कम्प्यूटर, लैपटॉप तथा फोन जब्त किए।
बेंगलुरु में सैम्पीगेहल्ली, फ्रेज़र टाउन और रिचमंड टाउन में छापे मारे गए।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि मंगलुरु में एनआईए ने बाजपे, नेल्लीकाई रोड, कुलाई और कावूर में स्थित कार्यालयों में छापे मारे। छापेमारी के दौरान दो लोगों को हिरासत में लिया गया। हालांकि, जांच एजेंसी ने हिरासत में लिए गए लोगों का विवरण साझा नहीं किया है।
विभिन्न ठिकानों पर मारे जा रहे छापों को निर्बाध तरीके से जारी रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मौजूद हैं।
एसडीपीआई और पीएफआई के कार्यकर्ताओं ने छापे के विरोध में अपने कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन किया तथा एनआईए के अधिकारियों से वापस जाने को कहा। नेल्लीकाई रोड पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों को तैनात किया गया है। सीआरपीएफ के अधिकारियों ने मार्ग को पूरी तरह से बंद कर दिया है।
पीएफआई की विज्ञप्ति के अनुसार, उसके राष्ट्रीय, प्रदेश और स्थानीय नेताओं के घरों पर छापे मारे गए। कावूर निवासी और पीएफआई नेता नवाज, जोकट्टे में ए.के. अशरफ, हलियांगडी में मोइदीन और कंकनाडी में अशरफ के घरों पर छापेमारी की गई।
एजेंसी के अधिकारियों ने पीएफआई नेता मोइदीन की मां के आवास पर भी छापेमारी की है।
पीएफआई नेताओं ने आरोप लगाया कि अधिकारियों ने जिन घरों में छापेमारी की, उसमें रहने वाले परिवार के सभी सदस्यों के मोबाइल फोन जब्त कर लिए गए हैं।
एसडीपीआई के दक्षिण कन्नड़ जिलाध्यक्ष अबूबकर कुलई ने कहा कि एनआईए अधिकारियों ने बिना कोई कारण बताए कार्यालयों पर छापा मारा है। उन्होंने कहा कि एनआईए अधिकारी पीएफआई कार्यालय की तलाशी लेने के लिए वारंट लेकर उनके कार्यालय आए।
कुलई ने कहा कि यह बताए जाने पर कि यह एसडीपीआई का कार्यालय है, उन्होंने इमारत की दो मंजिलों की तलाशी लेने की अनुमति देने वाले दस्तावेज दिखाए।
एसडीपीआई के एक कार्यकर्ता ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि माना जा रहा है कि ये छापे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के युवा प्रकोष्ठ के नेता प्रवीण नेत्तार की हत्या के मामले के संबंध में मारे जा रहे हैं।
दो माह पहले नेत्तार की कथित तौर पर मुस्लिम युवकों के एक समूह ने हत्या कर दी थी।
भाषा
शफीक संतोष
संतोष
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